जयपुर. ग्रेड पे 3600 सहित अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर पटवारियों का धरना सातवें दिन रविवार को भी जारी रहा. राजस्व मंडल अजमेर से पटवारियों ने पैदल मार्च भी निकाला और जयपुर पहुंचने पर इस पैदल मार्च में हजारों पटवारी शामिल हो गए. जयपुर में निकले पैदल मार्च में हजारों पटवारियों ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जताते हुए नारेबाजी भी की थी. पटवारियों के इस आंदोलन को 40 से अधिक कर्मचारी संगठनों ने अपना समर्थन दिया है.
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पटवारियों का कहना है कि जब तक ग्रेड पर 3600 नहीं मिलेगी तब तक वे आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. पटवारियों के पद को तकनीकी घोषित कर ग्रेड पे 3600 करना, 9, 18, 27 के स्थान पर 7, 14 , 21, 28, 32 वर्ष की पदोन्नति का वेतनमान देने और पूर्व में हुए लिखित समझौतों को लागू करने की मांग को लेकर पटवारी आंदोलन कर रहे हैं. शहीद स्मारक पर पटवारियों का यह धरना प्रदर्शन 15 फरवरी को शुरू हुआ था, इससे पहले भी अपनी मांगों को लेकर पटवारी कई बार रैली निकाल चुके हैं और ज्ञापन भी दे चुके हैं. इसके बावजूद भी इनकी मांग नहीं मानी जा रही.
राजस्थान पटवार संघ के उपाध्यक्ष दिलीप कुमार दक ने बताया कि प्रदर्शन से पहले पटवारी गांधीवादी तरीके से अपनी मांग सरकार तक पहुंचा चुके हैं. इसके बावजूद सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की और अंत में धरने प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया. सरकार से 2 बार वार्ता विफल होने के सवाल पर दिलीप कुमार ने कहा सरकार भी यह मानती है कि उनकी मांग वाजिब है, लेकिन वह केवल आश्वासन देना चाहती है और आश्वासन पटवारी नहीं चाहते.
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उन्होंने कहा कि सरकार किसान हितैषी बनने की बात कहती है, लेकिन पटवारियों के आंदोलन के कारण किसानों के सारे काम ठप पड़े हैं. उन्हें किसानों की परवाह नहीं है. पटवारियों ने क्रॉप कटिंग का बहिष्कार किया है, जिसके चलते किसानों के प्रधानमंत्री बीमा योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा. जनता को प्रमाण पत्र बनाने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पटवार मंडलों पर ताले लटके हुए हैं. इसके बावजूद भी सरकार पटवारियों के आंदोलन की तरफ कोई तवज्जो नहीं दे रही.