जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण जारी है और प्रदेश में अब सार्वजनिक परिवहन भी शुरू हो गया है. वहीं मंगलवार को आयुक्त और शासन सचिव रवि जैन ने प्रदेश के सभी आरटीओ और डीटीओ की मीटिंग ली. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए कि विभाग में अब ज्यादा से ज्यादा प्रक्रियाओं को ऑनलाइन किए जाने पर जोर दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि अब तक विभिन्न डीटीओ-आरटीओ कार्यालयों के स्तर पर वाहनों के फिटनेस, टैक्सेशन, रजिस्ट्रेशन और सरेंडर किए जाने जैसे कार्याें के संबध में ऑफलाइन अंकित जानकारी को अब ऑनलाइन प्लेटफार्म पर वाहन और सारथी साॅफ्टवेयर्स में भी एकीकृत किया जाएगा, ताकि एक दूसरे पर निर्भर और संबंधित प्रक्रिया और भी अधिक कुशलता से पूरा किया जा सके. इस दौरान रवि जैन ने मंगलवार को उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और कोटा के आरटीओ, डीटीओ के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में इस संबध में निर्देष दिए. जैन ने बताया कि एक केन्द्रीकृत सिस्टम तैयार किए जाएगा, जिससे टैक्स क्लीयरेंस सर्टिफिकेट जारी करने से पहले वाहन की फिटनेस संबधित स्थिति की जानकारी मिल सकेगी.
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इसी तरह अगर वाहन पर टैक्स बकाया हो तो उसे फिटनेस सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जाएगा. जैन ने बताया कि वही अभी लाइसेंसिंग में आ रही समस्याओं को भी ऑनलाइन दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं और सभी आरटीओ को निर्देष दिए गए हैं कि वह कमर्शियल वाहनों को सरेंडर करने की शर्ताें की पूरी तरह पालना करवाए. इस दौरान परिवहन आयुक्त ने वीडियो कांफ्रेंस में परमिट ऑनलाइन करने संबधी निर्देषों की पालना, ऑफलाइन जारी फिटनेस प्रमाण पत्रों को ऑनलाइन किए जाने, प्रवर्तन कर्मियों द्वारा बनाए गए चालानों को ई-चालान साॅफ्टवेयर पर ऑनलाइन किए जाने, सारथी साॅफ्टवेयर पर चालक लाइसेंस से सम्बन्धित समस्याओं के संबध में आरटीओ-डीटीओ से चर्चा की और निर्देश दिए.
उन्होंने वाहन साॅफ्टवेयर पर प्रदान की जा रही सेवाओं में आ रही समस्याओं, वाहन पोर्टल पर टैक्स की ऑटोमेटिक गणना, ई-ग्रास पर आमजन द्वारा वाहन पोर्टल के माध्यम से भुगतान और वाहनों की आरसी सरेंडर कार्य उसकी प्रक्रिया और इसे ऑनलाइन ही करने जैसे विषयों पर भी आरटीओ-डीटीओ को निर्देश दिए. जैन ने वाहन पोर्टल पर जिलेवार पंजीकृत परिवहन वाहनों और वर्तमान में संचालित वाहनों की वास्तविक संख्या और जारी फिटनेस प्रमाणपत्रों की संख्या के संबंध में भी समीक्षा की.