जयपुर. राज्यपाल कलराज मिश्र गुरुवार को गुरु गोविंद सिंह की जयंती के अवसर पर राजापार्क गुरुद्वारा पहुंचे. इस मौके पर गुरुद्वारे में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में कलराज मिश्र ने अपनी पत्नी साथ शिरकत की. मालवीय नगर से भाजपा विधायक कालीचरण भी कार्यक्रम में मौजूद थे. कलराज मिश्र ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने धर्म की रक्षा के लिए सभी धर्मों को एक साथ किया.
गोविंद देव जी के दर्शन करने के बाद राज्यपाल कलराज मिश्र गुरुद्वारा पहुंचे और यहां प्रदेश की खुशहाली के लिए अरदास की. राज्यपाल करीब 1 घंटे तक गुरुद्वारे में रुके. इस दौरान राज्यपाल का गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से स्वागत किया गया और उन्हें तलवार भी भेंट की गई.
गुरु गोविंद सिंह के 353 वें प्रकाश उत्सव के अवसर पर कलराज मिश्र ने गुरुद्वारा में मौजूद श्रद्धालुओं को संबोधित किया और गुरु गोविंद सिंह के जीवन के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह एक आदर्श महापुरुष थे, जो एक युग में एक पैदा होते हैं. भगवान कृष्ण ने कहा था कि जब जब धर्म की हानि होती है, तब तब धर्म के उत्थान के लिए मैं जन्म लेता हूं और गुरु गोविंद सिंह ने भी धर्म की रक्षा के लिए तीन पीढ़ियों को बलिदान कर दिया था.
कलराज मिश्र ने कहा कि बहुत कम उम्र में गुरु गोविंद सिंह दुनिया छोड़ कर चले गए थे. गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ का निर्माण किया. उस समय छुआछूत बहुत चलती थी. गुरु गोविंद सिंह ने चारों वर्णों को एक साथ किया. धर्म की रक्षा के लिए सब छोटे हों या बड़े हों, सबको एकजुट किया. उन्होंने कहा था कि अपने को आगे बढ़ाएंगे, धर्म की रक्षा करेंगे.
कलराज मिश्र ने कहा कि जिस तरह से भगवान कृष्ण ने बड़े-बड़े राजाओं को अत्याचार के खिलाफ एक किया. उसी तरह से गुरु गोविंद सिंह ने धर्म की रक्षा और दुष्टों के नाश के लिए छोटे और आम लोगों को आगे बढ़ाया.