जयपुर. देशभर में कोविड-19 का कहर जारी है. कोरोना के चलते प्रदेश का पर्यटन ढांचा चरमरा गया था, लेकिन अब लॉकडाउन के बाद से अनलॉक के अंतर्गत दोबारा से राजस्थान में पर्यटन गुलजार होने लगा है. जयपुर के पर्यटन स्थलों का आंनद लेने के लिए अब पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं.
नवंबर महीने की बात की जाए, तो नवंबर में कुल 1,26,577 पर्यटक जयपुर में पहुंचे, जो कि अब पर्यटन निगम के लिए भी एक उम्मीद की किरण है. ऐसा इसलिए क्योंकि लॉकडाउन के बाद शुरुआती 2 महीने तो पर्यटक पर्यटन स्थलों पर आने से भी डर रहे थे, लेकिन अब कोरोना का डर आमजन के मन में जैसे-जैसे कम हो रहा है, वैसे-वैसे आमजन अपने घरों से बाहर भी निकल रहे हैं.
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ऐसे में उम्मीद की जा रही है, कि नए साल में सैलानियों की संख्या और भी बढ़ेगी. राजस्थान पर्यटन दोबारा से अपने पैरों पर खड़ा हो सकेगा. बता दें कि कोरोना महामारी को लेकर 18 मार्च को सभी पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया था. रिसोर्ट, होटल रेस्टोरेंट को भी बंद कर दिया गया था. जिससे पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ.
ऐसे में 1 जून से अनलॉक वन में पर्यटन स्थलों को दोबारा से शुरू कर दिया गया था. 8 जून पर होटल इंडस्ट्री को भी दोबारा शुरू कर दिया गया, लेकिन 30 जून तक पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो पाई. मानसून सत्र शुरू होने के बाद से अगस्त में धीरे-धीरे पर्यटकों का रुझान वापस से पर्यटक स्थलों की ओर बढ़ने लगा.
राजधानी जयपुर के पर्यटन स्थलों की बात की जाए, तो केवल जयपुर में अकेले नवंबर महीने में 1,26,577 पर्यटक आए और पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी किया. बढ़ते पर्यटकों की संख्या को देखते हुए उम्मीद यही है, कि अब नए साल के अंतर्गत सैलानियों की संख्या बढ़कर लाखों में पहुंच जाएगी. क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश के बाद पर्यटन विभाग के मुख्य सचिव आलोक गुप्ता और उनकी टीम दोबारा से पर्यटन को अपने पैरों पर खड़े करने की तैयारी में जुट गई है. इसके लिए प्रदेश में नई पर्यटन नीति को भी लागू कर दिया गया है.
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इसके साथ ही प्रदेश में 1 सितंबर से पर्यटन सत्र भी शुरू हो गया है. नया साल मनाने बड़ी तादाद में जैसलमेर भी पर्यटक पहुंचते हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में पर्यटन विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है, कि पर्यटन दोबारा से अपने पैरों पर खड़ा हो सकेगा.