जयपुर. केंद्र सरकार द्वारा राहुल गांधी और सोनिया गांधी की एसपीजी सुरक्षा हटाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. जहां देशभर में इसको लेकर विरोध देखने को मिला था. तो वहीं, अब राजस्थान विश्वविद्यालय में भी विद्यार्थी केंद्र सरकार के इस आदेश के विरोध में आ गए हैं.
सोमवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी के एनएसयूआई छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय के गेट पर जमकर प्रदर्शन किया. यूनिवर्सिटी के गेट पर हुए इस प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने जेएलएन मार्ग की मुख्य सड़क पर भी आने का प्रयास किया. लेकिन, मौके पर मौजूद भारी पुलिस जाब्ते ने उनको गेट पर ही रोक दिया. इस दौरान करीब 10 मिनट तक छात्रों ने गेट पर चढ़कर प्रदर्शन किया. एनएसयूआई के इकाई अध्यक्ष अशोक पूनिया ने बताया कि केंद्र सरकार ने द्वेषतापूर्ण तरीके से एसपीजी सुरक्षा हटाई है. आज से पहले कभी भी एसपीजी हटाने का निर्णय नहीं लिया गया.
वहीं, एनएसयूआई प्रवक्ता रमेश भाटी ने बताया कि सितंबर में ही राहुल गांधी की जान को खतरे की आईबी की रिपोर्ट सामने आई थी. लेकिन यह जानते हुए भी एसपीजी हटाने का फैसला लिया गयी जो गलत है. गौरतलब है कि गत दिनों में केंद्र सरकार की ओर से गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने के बाद केंद्र सरकार की ओर से अब गांधी परिवार को पूरे भारत में सीआरपीएफ की 'जेड प्लस' सुरक्षा दी जाएगी.
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28 साल बाद गांधी परिवार अब बिना एसजीपी सुरक्षा के रहेगा, उन्हें सितंबर 1991 में 1988 के एसजीपी कानून के संशोधन के बाद वीवीआईपी सुरक्षा सूची में शामिल किया गया था. लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इकलौते शख्स हैं जिनके पास एसपीजी सुरक्षा है.