जयपुर. राजस्थान में बंद पड़े धार्मिक स्थलों को 7 सितंबर से खोलने को राज्य सरकार ने आदेश दिए है, लेकिन अभी भी छोटी काशी जयपुर के कई ऐसे मंदिर हैं जो इसके पक्ष में नहीं हैं. ऐसे में उन्होंने 7 सितंबर से मंदिर के पट खोलने में असमर्थता जताई है.
दरअसल मंदिर खोलने को लेकर धर्मगुरुओं में अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. राज्य सरकार के फैसले के बाद धर्मगुरुओं की राय बदलती जा रही है. पहले जिन्होंने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया और मंदिर खोलने की हामी भरी वो अब अपने फैसले से पलट रहे हैं. ठीक ऐसे ही प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने मंदिर खोलने की सहमति से यू टर्न ले लिया. पहले उन्होंने 7 सितंबर से मंदिर खोलने की बात कही और अब 18 सितंबर से मंदिर के द्वार भक्तों के लिए खोलने की घोषणा की है.
पढ़ेंः भाजपा का पलटवार, कहा- 'जादूगर' के साथ मिलकर कौन सा काला जादू कर रहे माकन...
बता दें कि, कुछ दिन पूर्व धार्मिक स्थलों पर हेल्थ प्रोटोकॉल ट्रायल हुआ था. तब मंदिरों के बाहर कोरोना संक्रमण से बचाव की व्यवस्थाएं देखी गई. उसमें मोती डूंगरी गणेश मंदिर में व्यवस्थाएं उच्चित नहीं लगी. क्योंकि मंदिर प्रबंधन के दावे से कई गुना ज्यादा भक्तों के मंदिर में आने की संभावना है.
उसके अनुसार व्यवस्थाओं में काफी सुधार की जरूरत है. इसी को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रबंधन अब 7 सितंबर से मंदिर खोलने को लेकर असमर्थता जता चुका है. जबकि इससे पहले आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर और गलता जी धाम ने भी मंदिर 30 सितंबर के बाद खोलने की बात कही है. इसके अलावा कई और भी ऐसे मंदिर है जिनके पट खोलने को लेकर असमंजस बना हुआ है.