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'इंजीनियर्स डे' पर पंचायती राज विभाग के साढ़े तीन सौ से ज्यादा इंजीनियर दे सकते हैं सामूहिक इस्तीफा

पदोन्नति नहीं मिलने से परेशान पंचायती राज विभाग के साढे तीन सौ से अधिक इंजीनियर सामूहिक इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं. इंजीनियर्स डे के मौके पर रविवार के दिन एसोसिएसन ने एक मीटिंग रखी है जिसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

collective resignation on Engineers Day, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज इंजीनियर एसोसिएशन
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Published : Sep 14, 2019, 8:38 PM IST

जयपुर. ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज में कार्यरत इंजीनियर्स को बीते 7 साल से पदोन्नति नहीं दी जा रही है. जिसके चलते ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के इंजीनियरों ने अपने पदों से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है.

पदोन्नति नहीं मिलने से परेशान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज में कार्यरत इंजीनियर्स

दरअसल इन इंजीनियर्स का कहना है कि साल 2012-13 के बाद इस विभाग में इंजीनियर की पदोन्नति नहीं की जा रही है. इसके पीछे कारण बताया जाता है कि इस विभाग में काम कर रहे अधिकांश इंजीनियर प्रतिनियुक्ति के पद पर हैं. इस मामले में लगातार कोशिश करने के बाद कार्मिक विभाग ने पदोन्नति पर तो हां कर दी लेकिन लेकिन इसके लिए वित्त विभाग की सहमति लेनी जरूरी बताई है. ऐसे में अब इन तमाम इंजीनियरों की पदोन्नति की फाइलें वित्त विभाग के पास पेंडिंग पड़ी हैं.

पढ़ेंः पूनिया को प्रदेशाध्यक्ष बना भाजपा ने खेला 'जाट कार्ड', बिगाड़े कांग्रेस के जातीय समीकरण

इसे लेकर अब ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज इंजीनियर एसोसिएशन राजस्थान ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि कई इंजीनियर तो अब सेवानिवृत्ति होने वाले हैं. लेकिन उनकी अभी तक पदोन्नति नहीं हुई है. जबकि पंचायती राज विभाग ही ऐसा है जहां पर कई जेईएन, एईएन पातेय वेतन पर काम कर रहे हैं. लेकिन उनकी पदोन्नति नहीं हो रही है.

पढ़ेंः मुख्यमंत्री ने PM को लिखा पत्र, खाद्य सुरक्षा योजना के सभी पात्रों को 'आयुष्मान भारत योजना' में शामिल करने की मांग

शर्मा ने कहा कि इसके विपरीत पीडब्ल्यूडी विभाग और कृषि विभाग में लगातार पदोन्नति हो रही है. इन इंजीनियरों का कहना है कि उन्होंने उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से मुलाकात भी की और उन्होंने आश्वासन भी दिया है. लेकिन अब समय लगातार निकलता जा रहा है. ऐसे में रविवार को एसोसिएशन ने अपने तमाम जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई है. जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा और जिसके बाद अपने पदों से इस्तीफा दे सकते हैं. दरअसल ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग में एक अतिरिक्त मुख्य अभियंता, चार अधीक्षण अभियंता, 21 एक्स ई एन, 114 एईएन और 224 जे ई एन हैं.

जयपुर. ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज में कार्यरत इंजीनियर्स को बीते 7 साल से पदोन्नति नहीं दी जा रही है. जिसके चलते ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के इंजीनियरों ने अपने पदों से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है.

पदोन्नति नहीं मिलने से परेशान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज में कार्यरत इंजीनियर्स

दरअसल इन इंजीनियर्स का कहना है कि साल 2012-13 के बाद इस विभाग में इंजीनियर की पदोन्नति नहीं की जा रही है. इसके पीछे कारण बताया जाता है कि इस विभाग में काम कर रहे अधिकांश इंजीनियर प्रतिनियुक्ति के पद पर हैं. इस मामले में लगातार कोशिश करने के बाद कार्मिक विभाग ने पदोन्नति पर तो हां कर दी लेकिन लेकिन इसके लिए वित्त विभाग की सहमति लेनी जरूरी बताई है. ऐसे में अब इन तमाम इंजीनियरों की पदोन्नति की फाइलें वित्त विभाग के पास पेंडिंग पड़ी हैं.

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इसे लेकर अब ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज इंजीनियर एसोसिएशन राजस्थान ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि कई इंजीनियर तो अब सेवानिवृत्ति होने वाले हैं. लेकिन उनकी अभी तक पदोन्नति नहीं हुई है. जबकि पंचायती राज विभाग ही ऐसा है जहां पर कई जेईएन, एईएन पातेय वेतन पर काम कर रहे हैं. लेकिन उनकी पदोन्नति नहीं हो रही है.

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शर्मा ने कहा कि इसके विपरीत पीडब्ल्यूडी विभाग और कृषि विभाग में लगातार पदोन्नति हो रही है. इन इंजीनियरों का कहना है कि उन्होंने उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से मुलाकात भी की और उन्होंने आश्वासन भी दिया है. लेकिन अब समय लगातार निकलता जा रहा है. ऐसे में रविवार को एसोसिएशन ने अपने तमाम जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई है. जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा और जिसके बाद अपने पदों से इस्तीफा दे सकते हैं. दरअसल ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग में एक अतिरिक्त मुख्य अभियंता, चार अधीक्षण अभियंता, 21 एक्स ई एन, 114 एईएन और 224 जे ई एन हैं.

Intro:ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज के इंजीनियर तरस रहे हैं बीते 7 साल से पदोन्नति को अब विभाग के 364 इंजीनियरों ने लिया निर्णय कल इंजीनियर डे पर देंगे अपने पदों से इस्तीफा उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से अपील विभाग के इंजीनियरों को दिलवाये राहत नहीं तो इस्तीफा देने के सिवाय नही कोई रास्ता


Body:ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मैं कार्यरत इंजीनियरों को बीते 7 साल से पदोन्नति नहीं दी जा रही है अब इससे दुखी होकर ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के 264 इंजीनियरों ने अपने पदों से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है दरअसल इन इंजीनियरों का कहना है कि साल 2012 13 के बाद इस विभाग में इंजीनियर की पदोन्नति नहीं की जा रही है और इसके पीछे कारण बताया जाता है कि इस विभाग में काम कर रहे अधिकांश इंजीनियर प्रतिनियुक्ति के पद पर हैं इस मामले में लगातार कोशिश करने के बाद कार्मिक विभाग ने पदोन्नति पति तो दे दी लेकिन इसके लिए वित्त विभाग की सहमति लेनी जरूरी बताइए ऐसे में अब इन तमाम इंजीनियरों की पदोन्नति की फाइलें वित्त विभाग के पास पेंडिंग पड़ी है इसे लेकर अब ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज इंजीनियर एसोसिएशन राजस्थान ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि कई इंजीनियर तो अब सेवानिवृत्ति के पास में है लेकिन उनकी अब तक पदोन्नति नहीं हुई है जबकि पंचायती राज विभाग ही ऐसा है जहां पर कई जेईएन एईएन पद पर पातेय वेतन पर काम कर रहे हैं लेकिन उनकी पदोन्नति नहीं हो रही है जबकि पीडब्ल्यूडी विभाग और कृषि विभाग में लगातार पदोन्नति या हो रही है इन इंजीनियरों का कहना है कि उन्होंने उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से मुलाकात भी की और पायलट ने उन्हें आश्वासन भी दिया है लेकिन अब समय लगातार निकलता जा रहा है और कल इस एसोसिएशन ने अपने तमाम जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई है जिसमें सर्वसम्मति से यह तमाम इंजीनियर अपने पदों से इस्तीफा दे सकते हैं दरअसल ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग में एक अतिरिक्त मुख्य अभियंता चार अधीक्षण अभियंता 21 एक्स ई एन 114 एईएन और 224 जे ई एन है
वन तू वन राजेश कुमार शर्मा प्रदेश अध्यक्ष ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज इंजीनियर एसोसिएशन राजस्थान


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