जयपुर. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की लंबित 2013 की नियमित एएनएम और जीएनएम नर्सिंग भर्ती में पदों की कटौती करने को लेकर मंगलवार को दूसरे दिन भी इन पदों से महरूम रही महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बैठी रही. बता दें कि सोमवार से यह महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बैठी हैं और रात को भी वह यहां से नहीं हटी. यह प्रदर्शन सोमवार सुबह करीब 8:30 बजे शुरू हुआ था और मंगलवार दूसरे दिन भी जारी है. वहीं, मंत्री विश्नोई धरने पर बैठी एएनएम और जीएनएम से वार्ता की. उन्होंने कहा कि तीन मंत्रियों की कमेटी गठित की गई है.
दरअसल, साल 2013 में एएनएम एवं जीएनएम नर्सिंग भर्ती में गहलोत सरकार ने 12 हजार 278 और15 हजार 773 पदों में भर्ती निकाली थी, जिनमें पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार ने 6 हजार 719 एवं 4 हजार 514 पदों पर भर्ती की. वहीं, बाकी की महिलाएं अभी नौकरी से मेहरूम है. ऐसे में सोमवार सुबह से महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय पहुंची और यहां पर प्रदर्शन शुरू कर दिया.
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उधर, इस मामले में दोपहर में एक बार पुलिस और प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच में आपस में भिड़ंत भी हुई. जिसमें कुछ महिलाओं को चोट भी लगी, लेकिन यह एएनएम और जीएनएम पदों पर नियुक्ति की मांग कर रही महिलाएं दूसरे दिन भी कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन में डटी है. वहीं, मंगलवार को इस मामले में मंत्री सुखराम बिश्नोई प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जब जनसुनवाई करने पहुंचे तो जन सुनवाई समाप्त होने के बाद अपने आवास के लिए रवाना हुए.
वहीं, सुखराम बिश्नोई बीच रास्ते से वापस लौटे और इन महिलाओं से बातचीत कर प्रदर्शन खत्म करने की बात कही. लेकिन इन एएनएम और जीएनएम महिलाओं ने अपनी दोनों मांगे जिनमें उनके नेता उपेन यादव को जेल से रिहा किया जाए और मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात करवा कर उनकी नियुक्तियों का रास्ता साफ किया जाए, जिसे लेकर मंत्री सुखराम विश्नोई भी कोई ठोस आश्वासन इन महिलाओं को नहीं दे पाए. इसके चलते सड़क पर महिलाओं के बीच हुई वार्ता फेल हो गई और इन भर्ती की मांग कर रही महिलाओं ने अपना धरना नहीं हटाया.
वहीं, मंत्री सुखराम बिश्नोई दोबारा पहुंचे और धरने पर बैठी एएनएम और जीएनएम से वार्ता की. उन्होंने कहा कि तीन मंत्रियों की कमेटी गठित की गई है. उन्होंने बताया कि सुभाष गर्ग, सुखराम बिश्नोई और राजेन्द्र यादव कमेटी में शामिल हैं. वहीं, मंत्री ने अपने आवास पर वार्ता के लिए बुलाया.
इस मामले में मंगलवार को उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी कहा कि सरकार अपने स्तर पर इस मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही है और वह खुद भी प्रयास करेंगे कि किसी तरीके से प्रदर्शनकारी बेरोजगारों का कुछ हल हो सके. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी को कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए और जो कुछ हुआ वह दुखदाई है. लेकिन सरकार इस मामले का हल निकालने का प्रयास कर रही है.