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ANM और GNM महिलाओं से मिलने पहुंचे मंत्री विश्नोई, मामले को लेकर पायलट ने कहा- सरकार संवेदनशीलता के साथ बेरोजगारों का मामला देख रही है

कांग्रेस मुख्यालय के बाहर 2 दिन से प्रदर्शन कर रही एएनएम और जीएनएम महिलाओं से मंगलवार को मंत्री सुखराम विश्नोई मिलने पहुंचे. प्रदेश कांग्रेस धरने पर बैठी एएनएम और जीएनएम से वार्ता कर मंत्री विश्नोई ने बताया कि इस मामले में 3 मंत्रियों की कमेटी का गठन किया गया है. मामले को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि सरकार संवेदनशीलता के साथ बेरोजगारों का मामला देख रही है. उन्होंने कहा कि लेकिन कानून हाथ में लेना गलत है.

ANM और GNM प्रदर्शन, Jaipur News
ANM और GNM प्रदर्शन, Jaipur News
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Published : Nov 26, 2019, 5:13 PM IST

Updated : Nov 26, 2019, 7:53 PM IST

जयपुर. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की लंबित 2013 की नियमित एएनएम और जीएनएम नर्सिंग भर्ती में पदों की कटौती करने को लेकर मंगलवार को दूसरे दिन भी इन पदों से महरूम रही महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बैठी रही. बता दें कि सोमवार से यह महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बैठी हैं और रात को भी वह यहां से नहीं हटी. यह प्रदर्शन सोमवार सुबह करीब 8:30 बजे शुरू हुआ था और मंगलवार दूसरे दिन भी जारी है. वहीं, मंत्री विश्नोई धरने पर बैठी एएनएम और जीएनएम से वार्ता की. उन्होंने कहा कि तीन मंत्रियों की कमेटी गठित की गई है.

ANM और GNM महिलाओं से मिलने पहुंचे मंत्री विश्नोई

दरअसल, साल 2013 में एएनएम एवं जीएनएम नर्सिंग भर्ती में गहलोत सरकार ने 12 हजार 278 और15 हजार 773 पदों में भर्ती निकाली थी, जिनमें पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार ने 6 हजार 719 एवं 4 हजार 514 पदों पर भर्ती की. वहीं, बाकी की महिलाएं अभी नौकरी से मेहरूम है. ऐसे में सोमवार सुबह से महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय पहुंची और यहां पर प्रदर्शन शुरू कर दिया.

पढ़ें- 12 घंटे बाद भी कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धरने पर डटे एएनएम और जेएनएम

उधर, इस मामले में दोपहर में एक बार पुलिस और प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच में आपस में भिड़ंत भी हुई. जिसमें कुछ महिलाओं को चोट भी लगी, लेकिन यह एएनएम और जीएनएम पदों पर नियुक्ति की मांग कर रही महिलाएं दूसरे दिन भी कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन में डटी है. वहीं, मंगलवार को इस मामले में मंत्री सुखराम बिश्नोई प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जब जनसुनवाई करने पहुंचे तो जन सुनवाई समाप्त होने के बाद अपने आवास के लिए रवाना हुए.

वहीं, सुखराम बिश्नोई बीच रास्ते से वापस लौटे और इन महिलाओं से बातचीत कर प्रदर्शन खत्म करने की बात कही. लेकिन इन एएनएम और जीएनएम महिलाओं ने अपनी दोनों मांगे जिनमें उनके नेता उपेन यादव को जेल से रिहा किया जाए और मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात करवा कर उनकी नियुक्तियों का रास्ता साफ किया जाए, जिसे लेकर मंत्री सुखराम विश्नोई भी कोई ठोस आश्वासन इन महिलाओं को नहीं दे पाए. इसके चलते सड़क पर महिलाओं के बीच हुई वार्ता फेल हो गई और इन भर्ती की मांग कर रही महिलाओं ने अपना धरना नहीं हटाया.

वहीं, मंत्री सुखराम बिश्नोई दोबारा पहुंचे और धरने पर बैठी एएनएम और जीएनएम से वार्ता की. उन्होंने कहा कि तीन मंत्रियों की कमेटी गठित की गई है. उन्होंने बताया कि सुभाष गर्ग, सुखराम बिश्नोई और राजेन्द्र यादव कमेटी में शामिल हैं. वहीं, मंत्री ने अपने आवास पर वार्ता के लिए बुलाया.

पढ़ें- नर्सिंग भर्ती 2013 : ANM से वंचित अभ्यर्थियों ने प्रभारी मंत्री को सौंपा ज्ञापन, 6719 पदों पर पहले नियुक्ति की मांग

इस मामले में मंगलवार को उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी कहा कि सरकार अपने स्तर पर इस मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही है और वह खुद भी प्रयास करेंगे कि किसी तरीके से प्रदर्शनकारी बेरोजगारों का कुछ हल हो सके. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी को कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए और जो कुछ हुआ वह दुखदाई है. लेकिन सरकार इस मामले का हल निकालने का प्रयास कर रही है.

जयपुर. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की लंबित 2013 की नियमित एएनएम और जीएनएम नर्सिंग भर्ती में पदों की कटौती करने को लेकर मंगलवार को दूसरे दिन भी इन पदों से महरूम रही महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बैठी रही. बता दें कि सोमवार से यह महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बैठी हैं और रात को भी वह यहां से नहीं हटी. यह प्रदर्शन सोमवार सुबह करीब 8:30 बजे शुरू हुआ था और मंगलवार दूसरे दिन भी जारी है. वहीं, मंत्री विश्नोई धरने पर बैठी एएनएम और जीएनएम से वार्ता की. उन्होंने कहा कि तीन मंत्रियों की कमेटी गठित की गई है.

ANM और GNM महिलाओं से मिलने पहुंचे मंत्री विश्नोई

दरअसल, साल 2013 में एएनएम एवं जीएनएम नर्सिंग भर्ती में गहलोत सरकार ने 12 हजार 278 और15 हजार 773 पदों में भर्ती निकाली थी, जिनमें पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार ने 6 हजार 719 एवं 4 हजार 514 पदों पर भर्ती की. वहीं, बाकी की महिलाएं अभी नौकरी से मेहरूम है. ऐसे में सोमवार सुबह से महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय पहुंची और यहां पर प्रदर्शन शुरू कर दिया.

पढ़ें- 12 घंटे बाद भी कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धरने पर डटे एएनएम और जेएनएम

उधर, इस मामले में दोपहर में एक बार पुलिस और प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच में आपस में भिड़ंत भी हुई. जिसमें कुछ महिलाओं को चोट भी लगी, लेकिन यह एएनएम और जीएनएम पदों पर नियुक्ति की मांग कर रही महिलाएं दूसरे दिन भी कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन में डटी है. वहीं, मंगलवार को इस मामले में मंत्री सुखराम बिश्नोई प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जब जनसुनवाई करने पहुंचे तो जन सुनवाई समाप्त होने के बाद अपने आवास के लिए रवाना हुए.

वहीं, सुखराम बिश्नोई बीच रास्ते से वापस लौटे और इन महिलाओं से बातचीत कर प्रदर्शन खत्म करने की बात कही. लेकिन इन एएनएम और जीएनएम महिलाओं ने अपनी दोनों मांगे जिनमें उनके नेता उपेन यादव को जेल से रिहा किया जाए और मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात करवा कर उनकी नियुक्तियों का रास्ता साफ किया जाए, जिसे लेकर मंत्री सुखराम विश्नोई भी कोई ठोस आश्वासन इन महिलाओं को नहीं दे पाए. इसके चलते सड़क पर महिलाओं के बीच हुई वार्ता फेल हो गई और इन भर्ती की मांग कर रही महिलाओं ने अपना धरना नहीं हटाया.

वहीं, मंत्री सुखराम बिश्नोई दोबारा पहुंचे और धरने पर बैठी एएनएम और जीएनएम से वार्ता की. उन्होंने कहा कि तीन मंत्रियों की कमेटी गठित की गई है. उन्होंने बताया कि सुभाष गर्ग, सुखराम बिश्नोई और राजेन्द्र यादव कमेटी में शामिल हैं. वहीं, मंत्री ने अपने आवास पर वार्ता के लिए बुलाया.

पढ़ें- नर्सिंग भर्ती 2013 : ANM से वंचित अभ्यर्थियों ने प्रभारी मंत्री को सौंपा ज्ञापन, 6719 पदों पर पहले नियुक्ति की मांग

इस मामले में मंगलवार को उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी कहा कि सरकार अपने स्तर पर इस मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही है और वह खुद भी प्रयास करेंगे कि किसी तरीके से प्रदर्शनकारी बेरोजगारों का कुछ हल हो सके. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी को कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए और जो कुछ हुआ वह दुखदाई है. लेकिन सरकार इस मामले का हल निकालने का प्रयास कर रही है.

Intro:कांग्रेस मुख्यालय के बाद 2 दिन से प्रदर्शन रथ एएनएम जीएनएम महिलाओं से मिलने पहुंचे मंत्री सुखराम विश्नोई लेकिन नहीं बनी बात सचिन पायलट बोले सरकार संवेदनशीलता के साथ देख रही है बेरोजगारों का मामला लेकिन कानून हाथ में लेना गलत


Body:पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की लंबित 2013 की नियमित एएनएम जीएनएम नर्सिंग भर्ती में पदों की कटौती करने को लेकर आज दूसरे दिन भी इन पदों से महरूम रही महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बैठी रही। कल से यह महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बैठी है और रात को भी वह यहां से नहीं हटी यह प्रदर्शन सोमवार सुबह करीब 8:30 बजे शुरू हुआ था आज दूसरे दिन भी जारी है दरअसल साल 2013 में एएनएम एवं जीएनएम नर्सिंग भर्ती में गहलोत सरकार ने 12278 एवं 15773 पदों में भर्ती निकाली थी जिनमें पूर्वर्ती वसुंधरा राजे सरकार ने 6719 एवं 4514 पदों पर भर्ती की बाकी की महिलाएं अभी नौकरी से मेहरूम है ऐसे में सोमवार सुबह के तमाम महिलाएं कांग्रेस मुख्यालय पहुंची और यहां पर प्रदर्शन शुरू कर दिया इस मामले में दोपहर में एक बार पुलिस और प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच में आपस में भिड़ंत भी हुई जिसमें कुछ महिलाओं को चोट भी लगी लेकिन यह एएनएम और जीएनएम पदों पर नियुक्ति की मांग कर रही महिलाएं दूसरे दिन भी कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन में डटी है वही आज इस मामले में मंत्री सुखराम बिश्नोई प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जब जनसुनवाई करने पहुंचे तो जन सुनवाई समाप्त होने के बाद अपने आवास के लिए रवाना हुए सुखराम बिश्नोई बीच रास्ते से वापस लौटे और इन महिलाओं से बातचीत कर प्रदर्शन खत्म करने की बात कही लेकिन इन एएनएम जीएनएम महिलाओं ने अपनी दोनों मांगे जिनमें उनके नेता उपेन यादव को जेल से रिहा किया जाए और मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात करवा कर उनकी नियुक्तियों का रास्ता साफ किया जाए जिसे लेकर मंत्री सुखराम विश्नोई भी कोई ठोस आश्वासन इन महिलाओं को नहीं दे पाए इसके चलते सड़क पर महिलाओं के बीच हुई वार्ता फेल हो गई और इन भर्ती की मांग कर रही महिलाओं ने अपना धरना नहीं हटाया वहीं इस मामले में आज उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी कहा कि सरकार अपने स्तर पर इस मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही है और वह खुद भी प्रयास करेंगे कि किसी तरीके से प्रदर्शनकारी बेरोजगारों का कुछ हल हो सके लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी को कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए और जो कुछ हुआ वह दुखदाई है लेकिन सरकार इस मामले का हल निकालने का प्रयास कर रही है महिला एएनएम जीएनएम से बात करने के बाद मंत्री सुखराम विश्नोई ने माना कि उनकी बातचीत फेल हो गई है और महिलाएं उठने को तैयार नहीं है क्योंकि एकदम से उन्हें नौकरी का लेटर नहीं दिया जा सकता है
वॉक थ्रू अजीत इसमें बाइट है सचिन पायलट और सुखराम विश्नोई दोनों की


Conclusion:
Last Updated : Nov 26, 2019, 7:53 PM IST
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