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'आरोप साबित हुये तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा नहीं तो दिलावर से माफी मंगवा देना'

सदन में आज सोमवार को नेता प्रतिपक्ष कटारिया और मंत्री धारीवाल के बीच तीखी बहस हुई. रामगंज मंडी में जिला संघचालक पर गोली चलने के मामले पर हुई चर्चा के दौरान धारीवाल ने कहा कि जांच में मेरे ऊपर लगे आरोप सही साबित हुए तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा. इस दौरान लाल किला हिंसा का मुख्य आरोपी दीप सिद्धू की फोटो को लेकर भी बहस हुई.

ramganj firing case
राजस्थान विधानसभा में तीखी बहस
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Published : Feb 15, 2021, 10:15 PM IST

जयपुर. कोटा के रामगंज मंडी में हुए जिला संघचालक पर गोली चलने के मामले मैं आज मुख्यमंत्री के जवाब के बाद चर्चा हुई. इस मामले में खुद संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल खड़े हुए और उन्होंने कहा कि मुझ पर ही आरोप लगाए गए कि मेरा अपराधियों का साथ फोटो है और मैं उनकी गाड़ी में घूमता हूं. धारीवाल ने कटारिया की ओर देखते हुए कहा कि मैं आपको अधिकार देता हूं कि आप जांच करवा लो. अगर आप जांच में सही साबित कोई और मेरा अपराधी के साथ कोई संबंध मिला तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, नहीं तो आप माफी मंगवा दीजिएगा मदन दिलावर से. उन्होंने कटारिया को कहा कि मैं अधिकार देता हूं कि आप जांच कर दो, मेरे दोनों मामलों की मैं तैयार रहूंगा.

कटारिया और मंत्री धारीवाल के बीच तीखी बहस...

धारीवाल ने कहा कि सरकार के समय भी मुझ पर कारतूस साथ लेकर जाने के आरोप लगाए थे तो भी मैंने आपको कहा था कि आप जांच कर लीजिए, जिसकी जांच आपने आज तक नहीं की. इस तरीके के आरोप लगाना आपको शोभा नहीं देता है, मुझे भी राजनीति में 50 साल हो गए मेरे खिलाफ एक केस नहीं है कि मैंने कोई रास्ता भी रोका हो. मुझे ऐसा कहते हो कि मैं अपराधियों को संरक्षण देता हूं, गाड़ी में घूमता हूं तो करो जांच. इस बात पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब कटारिया ने कहा कि मैंने उस दिन की घटना पर धारीवाल जी को कहा कि मैं इसका जवाब आपसे नहीं लूंगा. इस इस मामले का जवाब मुख्यमंत्री देंगे. घटना रामगंज मंडी की थी. 9 तारीख के दिन 3 लोग एक मोटरसाइकिल पर आते हैं और उन्होंने राम मंदिर के लिए कलेक्शन करते समय संघचालक के ऊपर फायरिंग की. इन्हीं व्यक्तियों के साथ 7 दिन पहले उनका झगड़ा भी हुआ था. उस समय भी केस हुआ और वह पकड़े गए यह घटना इसलिए हुई, क्योंकि उसी दिन उसकी जमानत होनी थी, लेकिन वह जमानत नहीं हुई. उसके कारण से संशय यह पैदा हुआ कि उसका फोटो धारीवाल जी के साथ है, लेकिन फोटो किसी के साथ भी हो सकता है.

पढ़ें : आरएसएस संघचालक को गोली मारने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

मैंने फोटो इसलिए दिखाया कि जो आपके साथ फोटो खींचा रहा है, वह कार में कांग्रेस का प्रचार कर रहा है और उस कर में कांग्रेस का झंडा लगा रहा है. हमें राजनीति में रहते हुए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अपराधी प्रवृत्ति के लोगों से दूर रहें. ऐसा व्यक्ति जो कांग्रेस के प्रमुख प्रचारक के रूप में 'हाथ' लगी हुई गाड़ी में प्रचार करता है, उनके साथ उनकी फोटो है तो यह गंभीर है. आप उसी क्षेत्र में रहते हो इन लोगों को भी जानते हो. इस पर धारीवाल ने कहा कि यह फोटो जयपुर के सेंट्रल पार्क का फोटो है. यह जयपुर के सेंट्रल पार्क का फोटो है कोई भी आदमी आकर सेल्फी मांगता है तो कोई भी ले सकता है तो क्या उस गाड़ी पर मैं बैठा हूं, क्या जब मैं उस पर नहीं हूं तो फिर मतलब क्या.

कोटा में जिला संघचालक पर फायरिंग का मामला...

धारीवाल ने अमित शाह के फोटो दिखाए, जिसमें वह दीप सिद्धू के साथ हैं. इस मामले पर मुख्यमंत्री ने बात रखते हुए कहा कि ऐसी घटना का चाहे पक्ष या विपक्ष किसी के साथ हो निंदा करनी चाहिए. जबतक तथ्य पूरी तरीके से सच ना हो, अगर हम हाउस में किसी के ऊपर आरोप लगाएंगे तो यह परंपरा सही नहीं है. कोई व्यक्ति कहीं भी खड़ा होकर फोटो खिंचवा सकता है. नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने थे, पहली बार तो वह काठमांडू गए थे. जहां लोग लगातार सेल्फी लेते गए. उनके साथ सेल्फी जिसके साथ ली, मान लीजिए अगर उसमें कोई क्रिमिनल है तो फोटो के आधार पर हम अगर आरोप लगाने लगे तो उसका कोई अंत नहीं होगा. यह जो फोटो है, जिसमें गृह मंत्री के साथ फोटो है और वह भाजपा के साथ प्रचार कर रहे हैं. अगर इस तरीके से फोटो के आधार पर हम आरोप लगाएं तो गलत होगा. अगर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है तो आप लोग कह सकते हैं कि तफ्तीश नहीं हो रही है. हम इसका जवाब देंगे. अगर वह आरोप है तो बात अलग है.

जयपुर. कोटा के रामगंज मंडी में हुए जिला संघचालक पर गोली चलने के मामले मैं आज मुख्यमंत्री के जवाब के बाद चर्चा हुई. इस मामले में खुद संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल खड़े हुए और उन्होंने कहा कि मुझ पर ही आरोप लगाए गए कि मेरा अपराधियों का साथ फोटो है और मैं उनकी गाड़ी में घूमता हूं. धारीवाल ने कटारिया की ओर देखते हुए कहा कि मैं आपको अधिकार देता हूं कि आप जांच करवा लो. अगर आप जांच में सही साबित कोई और मेरा अपराधी के साथ कोई संबंध मिला तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, नहीं तो आप माफी मंगवा दीजिएगा मदन दिलावर से. उन्होंने कटारिया को कहा कि मैं अधिकार देता हूं कि आप जांच कर दो, मेरे दोनों मामलों की मैं तैयार रहूंगा.

कटारिया और मंत्री धारीवाल के बीच तीखी बहस...

धारीवाल ने कहा कि सरकार के समय भी मुझ पर कारतूस साथ लेकर जाने के आरोप लगाए थे तो भी मैंने आपको कहा था कि आप जांच कर लीजिए, जिसकी जांच आपने आज तक नहीं की. इस तरीके के आरोप लगाना आपको शोभा नहीं देता है, मुझे भी राजनीति में 50 साल हो गए मेरे खिलाफ एक केस नहीं है कि मैंने कोई रास्ता भी रोका हो. मुझे ऐसा कहते हो कि मैं अपराधियों को संरक्षण देता हूं, गाड़ी में घूमता हूं तो करो जांच. इस बात पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब कटारिया ने कहा कि मैंने उस दिन की घटना पर धारीवाल जी को कहा कि मैं इसका जवाब आपसे नहीं लूंगा. इस इस मामले का जवाब मुख्यमंत्री देंगे. घटना रामगंज मंडी की थी. 9 तारीख के दिन 3 लोग एक मोटरसाइकिल पर आते हैं और उन्होंने राम मंदिर के लिए कलेक्शन करते समय संघचालक के ऊपर फायरिंग की. इन्हीं व्यक्तियों के साथ 7 दिन पहले उनका झगड़ा भी हुआ था. उस समय भी केस हुआ और वह पकड़े गए यह घटना इसलिए हुई, क्योंकि उसी दिन उसकी जमानत होनी थी, लेकिन वह जमानत नहीं हुई. उसके कारण से संशय यह पैदा हुआ कि उसका फोटो धारीवाल जी के साथ है, लेकिन फोटो किसी के साथ भी हो सकता है.

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मैंने फोटो इसलिए दिखाया कि जो आपके साथ फोटो खींचा रहा है, वह कार में कांग्रेस का प्रचार कर रहा है और उस कर में कांग्रेस का झंडा लगा रहा है. हमें राजनीति में रहते हुए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अपराधी प्रवृत्ति के लोगों से दूर रहें. ऐसा व्यक्ति जो कांग्रेस के प्रमुख प्रचारक के रूप में 'हाथ' लगी हुई गाड़ी में प्रचार करता है, उनके साथ उनकी फोटो है तो यह गंभीर है. आप उसी क्षेत्र में रहते हो इन लोगों को भी जानते हो. इस पर धारीवाल ने कहा कि यह फोटो जयपुर के सेंट्रल पार्क का फोटो है. यह जयपुर के सेंट्रल पार्क का फोटो है कोई भी आदमी आकर सेल्फी मांगता है तो कोई भी ले सकता है तो क्या उस गाड़ी पर मैं बैठा हूं, क्या जब मैं उस पर नहीं हूं तो फिर मतलब क्या.

कोटा में जिला संघचालक पर फायरिंग का मामला...

धारीवाल ने अमित शाह के फोटो दिखाए, जिसमें वह दीप सिद्धू के साथ हैं. इस मामले पर मुख्यमंत्री ने बात रखते हुए कहा कि ऐसी घटना का चाहे पक्ष या विपक्ष किसी के साथ हो निंदा करनी चाहिए. जबतक तथ्य पूरी तरीके से सच ना हो, अगर हम हाउस में किसी के ऊपर आरोप लगाएंगे तो यह परंपरा सही नहीं है. कोई व्यक्ति कहीं भी खड़ा होकर फोटो खिंचवा सकता है. नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने थे, पहली बार तो वह काठमांडू गए थे. जहां लोग लगातार सेल्फी लेते गए. उनके साथ सेल्फी जिसके साथ ली, मान लीजिए अगर उसमें कोई क्रिमिनल है तो फोटो के आधार पर हम अगर आरोप लगाने लगे तो उसका कोई अंत नहीं होगा. यह जो फोटो है, जिसमें गृह मंत्री के साथ फोटो है और वह भाजपा के साथ प्रचार कर रहे हैं. अगर इस तरीके से फोटो के आधार पर हम आरोप लगाएं तो गलत होगा. अगर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है तो आप लोग कह सकते हैं कि तफ्तीश नहीं हो रही है. हम इसका जवाब देंगे. अगर वह आरोप है तो बात अलग है.

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