जयपुर. सवाल अनूपगढ़ विधायक संतोष ने लगाया था, जिसमें उन्होंने अपने क्षेत्र में संचालित दो मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या पूछी थी. इसके जवाब में मंत्री ने जो संख्या बताइए, उसे विधायक ने सदन में गलत करार दिया और सुबूत के रूप में इन मदरसों के उपस्थिति पंजिका भी सदन में ही दिखा डाली.
हालांकि मंत्री सालेह मोहम्मद यह कहकर बचाव करते नजर आए कि जो जानकारी बच्चों के पंजीयन के दौरान विभाग ने उपलब्ध कराई है. वहीं मैंने सदन में बता डाली. वहीं पूरक सवाल के रूप में विधायक संतोष ने पूछा कि क्या सरकार क्षेत्र में मॉडल मदरसे बनाने का विचार रखती है. इन मदरसों में निजी व्यक्तियों की ओर से दी जाने वाली सहायता का रिकॉर्ड रखती है.? जवाब में मंत्री ने कहा कि इस साल 10 करोड़ का प्रावधान मॉडल मदरसे बनाने के लिए किया गया है, जिसमें 9 करोड़ रुपए सरकार वहन करेगी. जबकि 1 करोड़ रुपए जन सहयोग के जरिए जुटाए जाएंगे.
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वहीं जब पूरक सवाल के जरिए विधायक संतोष और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने यह पूछा कि निजी सहायता के रूप में किस-किस व्यक्ति ने मदरसे में सहयोग किया, उसकी डिटेल आप दे दे. ऐसे में मंत्री ने कहा कि इस प्रकार कि डिटेल हम संधारण नहीं करते.
ऐसे में स्पीकर ने भी इस पर सवाल खड़े किए और कहा जब यह योजना ही जन सहयोग से होगी तो उसका संधारण क्यों नहीं किया जाता. तब मंत्री इसका जवाब नहीं दे पाए. ऐसे में भाजपा विधायक और सवाल पूछने लगे तो स्पीकर सीपी जोशी ने मंत्री का बचाव करते हुए अगला सवाल पुकार लिया और यह भी कहा कि इस मामले में सदन में दूसरे तरीके से लाकर चर्चा की जाएगी.