जयपुर. राजधानी जयपुर की सबसे बड़ी हिंगोनिया गौशाला में पशुधन संख्या 22 हजार से ज्यादा पहुंचने के बाद अब निगम प्रशासन गौशाला में बाड़े बढ़ाने पर विचार कर रहा है. सोमवार को हुई निगम की पशु प्रबंधन समिति की बैठक में हिंगोनिया गौशाला के संचालन में नगर निगम और अक्षय पात्र ट्रस्ट के बीच हुए एमओयू को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य करवाने के संबंध में नीतिगत फैसले लिए गए. पशु प्रबंधन समिति के फैसलों से निगम के राजस्व में बढ़ोतरी होने के साथ ही हिंगोनिया गौशाला में धूप से बेहाल होने वाले पशुधन को भी बाड़े बनने के बाद राहत मिलेगी.
पशु प्रबंधन समिति की बैठक में चैनपुरा स्थित स्लॉटर हाउस में राजस्व बढ़ोतरी के संबंध में भी चर्चा की गई. जिसमें तय हुआ कि अब प्रति पशु की दरों में बढ़ोतरी की जाएगी. ये दरें 40 साल बाद बढ़ाई जा रही है. इसके एवज में निगम प्रशासन वहां सुलभ शौचालय और पानी को लेकर विकास कार्य करेगा. समिति अध्यक्ष भंवरलाल छीपा ने बताया कि बैठक में चैनपुरा स्लॉटर हाउस, पशु प्रबंधन से संबंधित नीतिगत कार्य और हिंगोनिया गौशाला को लेकर चर्चा की गई. समिति की ओर से लिए गए फैसलों को मेयर के सामने भी प्रस्तुत किया जाएगा.