जयपुर. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे अपराधों के ग्राफ को कम कर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस मुख्यालय की तरफ से पूरे प्रदेश में 20 मई से 20 जून तक एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान की मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच की ओर से की जा रही है. इस अभियान में सभी जिलों के वांचित बदमाशों की धरपकड़ के निर्देश दिए (Order from Rajasthan police headquarter) गए है. एक तरफ कुछ जिले इस अभियान को सफल बनाने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई करने में लगे हुए हैं. वहीं कुछ जिले ऐसे भी हैं जो इस विशेष अभियान में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं.
ऐसे जिलों को लगातार कार्रवाई करने के निर्देश दिए जा रहे हैं, लेकिन पुलिस मुख्यालय के निर्देशों को भी यह जिले दर किनार कर रहे हैं. इस विशेष अभियान के तहत एक्सटॉर्शन और ब्लैकमेल, हथियारों सहित मादक पदार्थ और शराब की तस्करी, लूट, तथा अन्य वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों की धरपकड़ की जा रही है.
इन जिलों ने नहीं दिखाई दिलचस्पी, पुलिस मुख्यालय भी हैरान: पुलिस के इस विशेष अभियान के तहत की जा रही कार्रवाई की यदि बात करें तो ब्लैकमेल और एक्सटॉर्शन के प्रकरणों में झुंझुनू, अलवर, सीकर, जयपुर ग्रामीण, नागौर, पाली, जयपुर कमिश्नरेट, कोटा शहर, जैसलमेर, अजमेर, सिरोही, हनुमानगढ़, डूंगरपुर, जालौर, भिवाड़ी, प्रतापगढ़, धौलपुर, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, कोटा ग्रामीण, राजसमंद, बांसवाड़ा, करौली, भीलवाड़ा, जोधपुर कमिश्नरेट, भरतपुर, सवाई माधोपुर और टोंक जिले ने अब तक एक भी कार्रवाई नहीं की है. इन जिलों में ब्लैकमेल और एक्सटॉर्शन के प्रकरण दर्ज होने के बावजूद भी पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की (districts are not following orders from Police Headquarters) गई.
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डकैती, लूट, तस्करी और संपत्ति संबंधित अपराध के प्रकरण: अवैध हथियारों की तस्करों के खिलाफ पाली, जैसलमेर, सिरोही, डूंगरपुर, बूंदी, राजसमंद, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, जोधपुर कमिश्नरेट, भरतपुर, टोंक, जयपुर कमिश्नरेट के ईस्ट और नॉर्थ जिलों ने भी किसी तरीके की कोई कार्रवाई नहीं की है. वहीं अगर अवैध मादक पदार्थों की तस्करी और तस्करों की बात करें तो इस पर अलवर, पाली, जैसलमेर, सिरोही, डूंगरपुर, जालौर, भिवाड़ी, बांसवाड़ा, करौली, भीलवाड़ा, भरतपुर, सवाई माधोपुर, टोंक, जयपुर साउथ और जोधपुर वेस्ट जिलों की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसी प्रकार से डकैती, लूट और संपत्ति संबंधित अपराधों के प्रकरण में जैसलमेर, झालावाड़, बांसवाड़ा और जोधपुर वेस्ट जिलों ने कोई कार्रवाई (districts are not following orders from Police Headquarters) नहीं की.
दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट और महिलाओं से छेड़छाड़ और हत्या के प्रकरण : दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट और महिलाओं से छेड़छाड़ और हत्या के प्रकरणों में अलवर, पाली, जयपुर नॉर्थ, कोटा शहर, जैसलमेर, सिरोही, डूंगरपुर, बूंदी, जालौर, बाड़मेर, कोटा ग्रामीण, जयपुर ईस्ट, भरतपुर, जयपुर साउथ और जोधपुर वेस्ट जिलों ने कोई कार्रवाई नहीं की. वहीं ,हत्या, हत्या का प्रयास और गंभीर मारपीट के प्रकरणों में पूरे प्रदेश में महज झालावाड़ ऐसा जिला है जिसने कोई कार्रवाई नहीं की. इसी प्रकार से साइबर अपराध के प्रकरणों में केवल तीन जिलो दौसा, बीकानेर और बूंदी के अलावा किसी भी जिले ने कोई (districts are not following orders from Police Headquarters) कार्रवाई नहीं की.
फाइनेंसियल फ्रॉड के प्रकरण : फाइनेंसियल फ्रॉड के प्रकरणो में दौसा, झुंझुनू, सीकर, नागौर, पाली, कोटा शहर, अजमेर, जोधपुर ग्रामीण, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिलों ने ही कार्रवाई की, इनके अलावा किसी भी जिले से कोई कार्रवाई नहीं की गई . पुलिस मुख्यालय की ओर से बार-बार कहने के बावजूद भी यह जिले कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.