जयपुर. चीन से दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस का असर लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा भी प्रदेश भर में लॉक डाउन किया गया है और लॉक डाउन के साथ साथ ही धारा 144 भी लगाई गई है. राजस्थान प्रदेश में मेडिकल और खानपान संबंधी दुकानों को छोड़कर सभी बाजार और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बंद करने के आदेश भी दे दिए गए हैं
राजधानी जयपुर के रेलवे स्टेशन सहित कई इलाकों में सोमवार को शराब के ठेके खुले देखकर लोगों ने आक्रोश जताया, जहां एक और चाय की दुकान को भी सरकार द्वारा बंद करवाया जा रहा है, तो वहीं दूसरी और राजधानी जयपुर के कई इलाकों में शराब के ठेके खुले दिखे.
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इनको लेकर आम जनता ने कहा कि प्रशासन की ओर से चाय की दुकानें भी बंद करवाई जा रही है, लेकिन शराब की दुकान खुली हुई है. इसके बाद पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग की ओर से दोपहर बाद शराब की दुकानें बंद करवा दी गई हालांकि, शराब की दुकानों को बंद से बाहर रखा गया है, यह बंद में शामिल है. इसको लेकर अभी भी कोई अधिकारी स्पष्ट जवाब देने को तैयार नहीं हो रहा है.
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हालांकि, शराब के ठेके सरकार के राजस्व से जुड़े हुए हैं. 31 मार्च को ठेके समाप्त होने की वजह से शराब ठेकेदार द्वारा अपना माल खपाने की कोशिश भी की जा रही है. वहीं आमजन ने कहा कि सभी लोग खाने के लिए परेशान हैं, लेकिन शराब की दुकान है जो खुली रखी है.
बता दें कि अभी तक सरकार की ओर से प्रदेश भर में शराब की दुकानों को बंद कराने के लिए आदेश नहीं निकाले गए हैं. ऐसे में अभी भी प्रदेशवासियों में शराब की दुकानों को खुला देख असमंजस की स्थिति भी बनी हुई है.