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Jhalana Leopard Reserve में मादा लेपर्ड शर्मीली के साथ नजर आए 3 नए शावक, कैमरा ट्रैप में कैद हुई तस्वीरें

राजधानी जयपुर की झालाना लेपर्ड सफारी से एक बार फिर खुशखबरी मिली है. झालाना लेपर्ड सफारी में मादा लेपर्ड शर्मीली ने 3 शावकों को जन्म दिया (3 new cubs in Jhalana Leapard Reserve) है. नन्हे शावकों की अठखेलियां कैमरा में कैद हुई हैं. झालाना में लेपर्ड्स का कुनबा बढ़ने पर वन विभाग के अधिकारियों और वन्यजीव प्रेमियों ने खुशी जाहिर की है.

Three new cubs seen in Jhalana Leopard Reserve
झालाना लेपर्ड रिजर्व मादा शर्मीली के साथ नजर आए तीन नए शावक
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Published : Jan 11, 2022, 4:49 PM IST

Updated : Jan 11, 2022, 5:06 PM IST

जयपुर. झालाना लेपर्ड रिजर्व (Jhalana Leopard Reserve) के जोन-3 में आरती वाटर पॉइंट पर मादा लैपर्ड शर्मीली के साथ (leopard Sharmili with 3 new cubs in Jhalana) 3 शावक कैमरा ट्रैप में नजर आए हैं. शावकों की अठखेलियां को देखकर जंगल में सफारी करने वाले पर्यटक भी रोमांचित हो जाते हैं.

शावक नजर आने के बाद झालाना रेंजर जनेश्वर चौधरी ने क्षेत्र में मॉनिटरिंग बढ़ा दी है. जिससे कि मादा पैंथर और उसके शावकों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो. वहीं लेपर्ड सफारी क्षेत्र में लेपर्ड का कुनबा बढ़ने से वन विभाग उनके भोजन और पेयजल को लेकर सतर्क हो गया है. जिससे की उनके रहवास में ही भोजन और पानी उपलब्ध रहे. साथ ही कोई लेपर्ड जंगल क्षेत्र से बाहर न निकले इसको लेकर भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. इसको लेकर वन विभाग की लेपर्ड ट्रैक टीम इसके लिए मुस्तैदी से कार्य कर रही है.

पढ़ें.झालाना में दो लेपर्ड में जबरदस्त फाइट, बच्चे को बचाने के लिए भिड़ गई 'जलेबी'...दुम दबाकर भागा तेंदुआ

झालाना लेपर्ड सफारी में आने वाले पर्यटकों को भी इन दिनों लेपर्ड की साइटिंग अच्छे से हो रही है. झालाना लेपर्ड सफारी में नन्हे शावक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. लेपर्ड सफारी में घूमने आने वाले पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमी शावकों की अठखेलियां को अपने कैमरों में कैद करते नजर आते हैं. झालाना लेपर्ड रिजर्व में लेपर्ड्स का कुनबा बढ़ रहा है. झालाना जंगल में शावकों समेत अब लेपर्ड्स की संख्या करीब 45 हो चुकी है.

रेंजर जनेश्वर चौधरी के मुताबिक झालाना जंगल के साथ ही गलता जंगल में भी लेपर्ड्स का कुनबा बढ़ रहा है. गलता जंगल को झालाना की तर्ज पर लेपर्ड सफारी के रूप में डवलप किया जा रहा है. जंगल में वन्यजीवों के लिए वाटर पॉइंट बनाया गए हैं. इसके साथ ही सफारी के लिए ट्रैक बनाए गए हैं. झालाना जंगल में ग्रास लैंड डवलप होने से वन्यजीवों को काफी फायदा हुआ है.

पढ़ें.बच्चे को बचाने के लिए लेपर्ड से भिड़ गई 'जलेबी', जबरदस्त है लड़ाई

इसी तरह अब गलता जंगल में भी ग्रास लैंड डवलप की जाएगी. ग्रास लैंड डवलप होने से वन्यजीवों के लिए प्रेबेस में बढ़ोतरी होगी. शाकाहारी वन्यजीवों को भोजन मिलेगा, जिससे शाकाहारी वन्यजीवों की संख्या बढ़ेगी. लेपर्ड को भी जंगल में भोजन मिल सकेगा.

झालाना जंगल में लेपर्ड सफारी के लिए काफी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. सुबह और शाम दो पारियों में सफारी करवाई जाती है. झालाना लेपर्ड रिजर्व पर्यटकों के लिए खासा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. अब आने वाले समय में गलता लेपर्ड सफारी शुरू होते ही पर्यटकों के लिए आकषर्ण का केंद्र बनेगी.

जयपुर. झालाना लेपर्ड रिजर्व (Jhalana Leopard Reserve) के जोन-3 में आरती वाटर पॉइंट पर मादा लैपर्ड शर्मीली के साथ (leopard Sharmili with 3 new cubs in Jhalana) 3 शावक कैमरा ट्रैप में नजर आए हैं. शावकों की अठखेलियां को देखकर जंगल में सफारी करने वाले पर्यटक भी रोमांचित हो जाते हैं.

शावक नजर आने के बाद झालाना रेंजर जनेश्वर चौधरी ने क्षेत्र में मॉनिटरिंग बढ़ा दी है. जिससे कि मादा पैंथर और उसके शावकों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो. वहीं लेपर्ड सफारी क्षेत्र में लेपर्ड का कुनबा बढ़ने से वन विभाग उनके भोजन और पेयजल को लेकर सतर्क हो गया है. जिससे की उनके रहवास में ही भोजन और पानी उपलब्ध रहे. साथ ही कोई लेपर्ड जंगल क्षेत्र से बाहर न निकले इसको लेकर भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. इसको लेकर वन विभाग की लेपर्ड ट्रैक टीम इसके लिए मुस्तैदी से कार्य कर रही है.

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झालाना लेपर्ड सफारी में आने वाले पर्यटकों को भी इन दिनों लेपर्ड की साइटिंग अच्छे से हो रही है. झालाना लेपर्ड सफारी में नन्हे शावक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. लेपर्ड सफारी में घूमने आने वाले पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमी शावकों की अठखेलियां को अपने कैमरों में कैद करते नजर आते हैं. झालाना लेपर्ड रिजर्व में लेपर्ड्स का कुनबा बढ़ रहा है. झालाना जंगल में शावकों समेत अब लेपर्ड्स की संख्या करीब 45 हो चुकी है.

रेंजर जनेश्वर चौधरी के मुताबिक झालाना जंगल के साथ ही गलता जंगल में भी लेपर्ड्स का कुनबा बढ़ रहा है. गलता जंगल को झालाना की तर्ज पर लेपर्ड सफारी के रूप में डवलप किया जा रहा है. जंगल में वन्यजीवों के लिए वाटर पॉइंट बनाया गए हैं. इसके साथ ही सफारी के लिए ट्रैक बनाए गए हैं. झालाना जंगल में ग्रास लैंड डवलप होने से वन्यजीवों को काफी फायदा हुआ है.

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इसी तरह अब गलता जंगल में भी ग्रास लैंड डवलप की जाएगी. ग्रास लैंड डवलप होने से वन्यजीवों के लिए प्रेबेस में बढ़ोतरी होगी. शाकाहारी वन्यजीवों को भोजन मिलेगा, जिससे शाकाहारी वन्यजीवों की संख्या बढ़ेगी. लेपर्ड को भी जंगल में भोजन मिल सकेगा.

झालाना जंगल में लेपर्ड सफारी के लिए काफी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. सुबह और शाम दो पारियों में सफारी करवाई जाती है. झालाना लेपर्ड रिजर्व पर्यटकों के लिए खासा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. अब आने वाले समय में गलता लेपर्ड सफारी शुरू होते ही पर्यटकों के लिए आकषर्ण का केंद्र बनेगी.

Last Updated : Jan 11, 2022, 5:06 PM IST
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