जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए चल रहे लॉकडाउन के बीच कुछ प्राइवेट स्कूलों की ओर से बच्चों की फीस जमा कराने के दबाव को पूर्व शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ ने अनुचित बताते हुए प्रशासन की ओर से इसमें हस्तक्षेप करने की मांग की है. सराफ के पास इस संबंध में कई अभिभावकों ने शिकायत की थी, जिसके बाद पूर्व मंत्री ने जिला कलेक्टर जोगाराम से बात भी की है.
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सराफ ने जिला कलेक्टर से कोरोना संकट के समय प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों की ओर से अभिभावकों पर फीस जमा कराने का दबाव ना बनाए जाने को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने का आग्रह किया है. सराफ ने कहा है कि लॉकडाउन के चलते लोगों का बजट पहले से ही गड़बड़ा गया है और वैसे भी अभी स्कूलों में छुट्टियां चल रही है. ऐसे समय में बच्चों के स्कूल की फीस का अतिरिक्त बोझ उठाना संभव नहीं है.
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सराफ ने जिला कलेक्टर से मांग करते हुए कहा कि प्रशासन इस मामले में संज्ञान ले और प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों को लॉकडाउन के समय फीस का अनुचित दबाव नहीं बनाने के निर्देश देकर अभिभावकों को राहत प्रदान करें. गौरतलब है कि प्रदेश में 22 मार्च से ही लॉकडाउन चल रहा है और इस दौरान अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी राजकीय संस्थान, प्राइवेट संस्थान और शैक्षणिक संस्थान बंद है.