जयपुर. शहर की पहचान बन चुके जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की वजह से शहर के व्यस्ततम टोंक रोड पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है. यहां तक कि एसएमएस सहित दूसरे अस्पतालों तक पहुंचने वाली एंबुलेंस भी इस जाम में फंस जाती हैं.
यही वजह है कि इस साल आखिरी बार जेएलएफ अपने स्थाई आयोजन स्थल डिग्गी पैलेस में हो रहा है. अगली बार से आयोजकों को कोई नया स्थान ढूंढना होगा. इसे लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में भी फैसला लिया जा चुका है.
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अपने पहले आयोजन के समय से ही जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल हर साल डिग्गी पैलेस में आयोजित किया जाता है. यह जेएलएफ का स्थाई पता बन गया है. डिग्गी पैलेस जयपुर के व्यस्ततम मार्ग टोंक रोड पर है और इसके नजदीक राजस्थान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह अस्पताल है.
शुरुआती साल में तो ज्यादा दिक्कत नहीं आई, लेकिन बीते 5 साल से जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल बहुत बड़ा आयोजन बन गया है. हर साल 5 दिन में हजारों लोग इस आयोजन में आते हैं. इनमें देश-विदेश की कई नामचीन हस्तियां भी शामिल रहती हैं. इनमें से कई ऐसे होते हैं, जिन्हें विशेष श्रेणी की सुरक्षा भी प्राप्त होती है. जिसकी वजह से यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाती है.
ऐसा ही नजारा आज ईटीवी भारत के कैमरे में कैद हुआ. जहां ट्रैफिक के बीच मरीजों को अस्पताल ले जा रही दो एंबुलेंस जाम में फंस गई. जिन्हें काफी मशक्कत के बाद निकाला जा सका. वहीं शहरवासियों को भी रूट डायवर्सन और ट्रैफिक जाम की वजह से खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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2 साल पहले भी इस कार्यक्रम का स्थान बदलने के लिए मुहिम चली थी. हालांकि तब ऐसा नहीं हुआ, लेकिन अब शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था और सुरक्षा कारणों से इसके स्थाई आयोजन स्थल को बदलने की निर्देश दिए गए हैं.