जयपुर. राज्य सरकार ने लंबे समय से सातवां वेतन मान लागू करने की मांग कर रहे जेसीटीएसएल के कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी (JCTSL 7th pay commission) है. राज्य सरकार की मंजूरी के बाद जेसीटीएसएल में कार्यरत करीब 1123 चालक, परिचालकों को 1 अप्रैल 2022 से सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाएगा. इस संबंध में जेसीटीएसएल ने आदेश भी जारी कर दिए हैं. बता दें कि जेसीटीएसएल के एमडी ने स्पष्ट किया है कि कर्मचारी जो प्रोबेशन पीरियड खत्म होने के बाद भी नियमित नहीं किए गए हैं, उन्हे सेवा नियमों से कोर्ट का स्टे हटने के साथ ही स्थाई कर दिया जाएगा.
जेसीटीएसएल एमडी राजेंद्र किशन ने बताया कि वेतनमान को लागू करने की फाइल राज्य सरकार के पास गई थी. यूडीएच मंत्री और शासन सचिव की अनुमती मिलने के बाद इस वेतनमान के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं. इससे जेसीटीएसएल प्रशासन पर प्रति महीने करीब 39 लाख रुपए का वित्तीय भार पड़ेगा. उन्होने कहा कि राजस्थान रोडवेज ने 1 अप्रैल 2022 से कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया था. रोडवेज के तर्ज पर चालक और परिचालकों का एक समान कैडर है. ऐसे में इन्हें भी ये लाभ दिया जाना तय था, (7th pay commission to employees of JCTCL ) अब राज्य सरकार की मंजूरी के बाद जेसीटीएसएल ने ये आदेश जारी किए हैं.
स्टे हटने पर कर्मचारी होगा रेगुलर: जेसीटीएसएल एमडी ने यह भी स्पष्ट किया कि चालक और परिचालकों के सेवा नियम जेसीटीएसएल बोर्ड से पारित हो गए थे और उन्हे लागू भी कर दिया गया था. लेकिन कुछ बसों में बड़ी संख्या में यात्री बिना टिकट पाए जाने पर उन बसों में कार्यरत परिचालकों को दंड के स्वरूप टर्मिनेट किया गया था. इस मामले के विरुद्ध कर्मचारी यूनियन ने कोर्ट में याचिका दायर की और कोर्ट ने सेवा नियमों पर स्टे भी लगा दिया. इसकी वजह से करीब 13 पात्र कर्मचारियों का प्रोबेशन पीरियड खत्म होने के बाद भी उन्हे स्थाई नहीं किया जा सका. बता दें कि जैसे ही ये स्टे हटेगा, कर्मचारियों को रेगुलर कर दिया जाएगा. एमडी ने बताया कि ये संख्या महज 13 है. एंप्लाइज यूनियन जिन 80 कर्मचारियों को रेगुलर करने का दावा कर रही है, उन कर्मचारियों को इसलिए स्थाई नहीं किया गया, क्योंकि उनके प्रोबेशन पीरियड के दौरान कोई ना कोई रिमार्क लगा हुआ है.