जयपुर. प्रदेश में जलदाय विभाग के हजारों कर्मचारी दिन-रात काम करते हुए कोविड-19 महामारी और संक्रमण के भय के दौरान भी पेयजल सप्लाई को सुचारू बनाने में लगे हुए हैं, लेकिन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते 17 अप्रैल तक भी उन्हें मार्च का वेतन नहीं मिल पाया है.
एक ओर जहां सरकार के निर्देश के अनुसार निजी फैक्ट्रियों और कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन देना है. वहीं, सरकार के प्रमुख आवश्यक सेवा वाले विभाग में कार्य कर रहे कर्मचारियों का वेतन देने में घोर लापरवाही बरती जा रही है. राजस्थान पीएचईडी तकनीकी कर्मचारी संघ ने अधिकारियों से इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करते हुए ऐसे सभी कर्मचारियों का वेतन जारी करवाने की मांग की है.
संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष विजय ने बताया कि पे मैनेजर की गड़बड़ी के चलते उदयपुरवाटी, कोटा, बारां, हिंडौन, जयपुर, शाहपुरा, अलवर, रामगढ़ आदि जगहों पर वेतन नहीं मिल पाया है. उन्होंने बताया कि कार्यालय के वेतन और आहरण अधिकारियों ने इस संबंध में उच्चाधिकारियों को सूचित भी कर दिया था, लेकिन मुख्य अभियंता प्रशासन और मुख्य अभियंता मुख्यालय की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया. इसके चलते आधे माह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी इन कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाया है.
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अध्यक्ष संतोष विजय ने कहा कि वेतन नहीं मिलने से कर्मचारियों में रोष है और उनकी मांग है कि जल्द से जल्द जलदाय विभाग के कर्मचारियों को वेतन दिया जाए.