जयपुर. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने रोकने के लिए प्रदेश की गहलोत सरकार ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है. यही वजह है कि प्रदेश में लगी धारा 144 की कड़ाई से पलना हो, इसको लेकर सीएम गहलोत ने एक दिन पहले जिला कलेकटर और एसपी को सख्त निर्देश दे दिए हैं.
सीएम गहलोत के निर्देश के बाद आज प्रदेश भर में स्थानीय प्रशासन ने बाजार को बंद करवाया. हालांकि भीलवाड़ा, झुंझुनू में पूर्ण रूप से कर्फ्यू लग चुका है. इसके साथ अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है. हालांकि आवश्यक सेवाओं को इससे बाहर रखा गया है, जिसमें मेडिकल, खाद्य प्रदार्थ सामग्री की दुकानों को बंद नहीं किया है. अच्छी बात ये है कि सरकार की अपील के बाद प्रदेश भर में ज्यादातर लोगों ने जनता कर्फ्यू का पालन स्वयं ही शुरू कर दिया है.
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गौरतलब है, कोरोना का संक्रमण राजस्थान में ही नहीं बल्कि पूरे देश में है, जिसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का एलान किया है. राजस्थान में अब तक कोरोना के 23 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें सबसे ज्यादा भीलवाड़ा में 11, जयपुर में 9, झुंझुनू में 3 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए. जबकि 600 से अधिक लोगों को संदिग्ध माना गया हैं.
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सबसे गंभीर हालात भीलवाड़ा में है. ऐसे में, भीलवाड़ा जिले को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. जिला सीमाओं पर आने जाने पर रोक लगा दी गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं. खास तौर पर प्रदेश में अलग अलग जिलों में चल रहे सीएए और एनआरसी के धरने को भी स्थगित करने को लेकर पुलिस सख्ती से पालना कर रही है. यही वजह है जयपुर में कर्बला मैदान और शहीद स्मारक पर चल रहे धरने को भी पुलिस ने सख्ती के साथ हटा दिया है.
ज्ञात रहे कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीएम गहलोत ने पुलिस के आला अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि प्रदेश में लगी धारा 144 की कड़ाई से पालना कराई जाए. वहीं यदि कोई आदेशों को नहीं मानता है, तो उसके खिलाफ कानूनी करवाई की जाए.