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Jaipur News : जौहरी ने मोरक्को भेजे 55 लाख के जेवर, माल पहुंचा ही नहीं....शिपिंग और कस्टम क्लीयरेंस कंपनी पर केस दर्ज

जयपुर के एक जौहरी ने 55 लाख की ज्वेलरी मोरक्को (Jaipur jeweler jewellery stucked) भेजे थे लेकिन ज्वेलरी वहां पहुंची ही नहीं. जौहरी ने शिपिंग कंपनी और कस्टम क्लीयरेंस कंपनी से जवाब मांगा लेकिन जवाब नहीं मिला. जिसके बाद उसने केस दर्ज करवाया है.

Jaipur jeweler jewellery stucked, Jaipur news
जयुपर ज्वेलर का लाखों का जेवरात फंसा
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Published : Dec 14, 2021, 3:14 PM IST

जयपुर. राजधानी के एक बड़े जौहरी ने 55 लाख रुपए के जेवरात मोरक्को भेजे थे लेकिन लॉकडाउन के कारण ज्वेलरी बीच में ही अटक गए. ना तो वापस मिले और ना ही आगे पहुंच पाए. पीड़ित जौहरी ने शिपिंग कंपनी और कस्टम क्लीयरेंस (fraud with Jaipur Jeweller) कराने वाली एजेंसी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. कई महीनों तक शिपिंग कंपनी और कस्टम क्लीयरेंस कराने वाली एजेंसी से संपर्क किया जा रहा था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. पीड़ित जौहरी जयपुर के माणक चौक थाने पहुंचा, जहां पर शिपिंग कंपनी और कस्टम क्लीयरेंस कराने वाली एजेंसी (Jaipur jeweler filed case against shipping company) के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.

पुलिस के मुताबिक जौहरी बाजार स्थित जीएस जेम्स एंड ज्वेलर्स फर्म के मोहम्मद रिजवान ने मामला दर्ज करवाया है. उसने लॉकडाउन से पहले 55 लाख रुपए के जेवर मोरक्को भेजे थे लेकिन लॉकडाउन के चलते जेवरात ठिकाने पर नहीं पहुंच पाए और बीच में ही अटक गए, ना ही वापस मिल पाए हैं. पीड़ित का कई देशों में कारोबार चलता है. पीड़ित ने साल 2020 में मोरक्को देश की एक फर्म को आर्डर पर जेवर भेजे थे. माल तय समय पर भेजा गया था लेकिन लॉकडाउन के चलते माल मोरक्को की फर्म तक नहीं पहुंच पाया (lakh rupees jewellery stucked in Lockdown) था.

यह भी पढ़ें. Fraud in Jaipur : शादी कराने का झांसा दे 2.11 लाख रुपये की ठगी, बरात लेकर पहुंचा पीड़िता तो हुआ खुलासा

पीड़ित जौहरी ने फर्म से बातचीत की तो पता चला कि माल अभी तक नहीं पहुंचा है. इसके बाद पीड़ित जौहरी कस्टम क्लीयरेंस कराने वाली फर्म और शॉपिंग कराने वाली फर्म से बात करने पहुंचा तो उनके अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन खुलते ही माल पहुंच जाएगा लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद भी माल नहीं पहुंचा. इसके बाद पीड़ित ने अपना माल वापस मांगा लेकिन शिपिंग और कस्टम क्लीयरेंस कराने वाली एजेंसी ने माल वापस नहीं लौटाया. कई बार पीड़ित अपने जेवरात लेने के लिए बातचीत करने पहुंचा लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया. आखिर पीड़ित परेशान होकर पुलिस की शरण में पहुंचा.

पीड़ित ने माणक चौक थाने (Jaipur Police) में पहुंचकर शिपिंग कंपनी और कस्टम क्लीयरेंस कराने वाली एजेंसी के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया है. पीड़ित ने अपने जेवरात की कीमत 55 लाख रुपये बताई है. फिलहाल माणक चौक थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.

जयपुर. राजधानी के एक बड़े जौहरी ने 55 लाख रुपए के जेवरात मोरक्को भेजे थे लेकिन लॉकडाउन के कारण ज्वेलरी बीच में ही अटक गए. ना तो वापस मिले और ना ही आगे पहुंच पाए. पीड़ित जौहरी ने शिपिंग कंपनी और कस्टम क्लीयरेंस (fraud with Jaipur Jeweller) कराने वाली एजेंसी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. कई महीनों तक शिपिंग कंपनी और कस्टम क्लीयरेंस कराने वाली एजेंसी से संपर्क किया जा रहा था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. पीड़ित जौहरी जयपुर के माणक चौक थाने पहुंचा, जहां पर शिपिंग कंपनी और कस्टम क्लीयरेंस कराने वाली एजेंसी (Jaipur jeweler filed case against shipping company) के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.

पुलिस के मुताबिक जौहरी बाजार स्थित जीएस जेम्स एंड ज्वेलर्स फर्म के मोहम्मद रिजवान ने मामला दर्ज करवाया है. उसने लॉकडाउन से पहले 55 लाख रुपए के जेवर मोरक्को भेजे थे लेकिन लॉकडाउन के चलते जेवरात ठिकाने पर नहीं पहुंच पाए और बीच में ही अटक गए, ना ही वापस मिल पाए हैं. पीड़ित का कई देशों में कारोबार चलता है. पीड़ित ने साल 2020 में मोरक्को देश की एक फर्म को आर्डर पर जेवर भेजे थे. माल तय समय पर भेजा गया था लेकिन लॉकडाउन के चलते माल मोरक्को की फर्म तक नहीं पहुंच पाया (lakh rupees jewellery stucked in Lockdown) था.

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पीड़ित जौहरी ने फर्म से बातचीत की तो पता चला कि माल अभी तक नहीं पहुंचा है. इसके बाद पीड़ित जौहरी कस्टम क्लीयरेंस कराने वाली फर्म और शॉपिंग कराने वाली फर्म से बात करने पहुंचा तो उनके अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन खुलते ही माल पहुंच जाएगा लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद भी माल नहीं पहुंचा. इसके बाद पीड़ित ने अपना माल वापस मांगा लेकिन शिपिंग और कस्टम क्लीयरेंस कराने वाली एजेंसी ने माल वापस नहीं लौटाया. कई बार पीड़ित अपने जेवरात लेने के लिए बातचीत करने पहुंचा लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया. आखिर पीड़ित परेशान होकर पुलिस की शरण में पहुंचा.

पीड़ित ने माणक चौक थाने (Jaipur Police) में पहुंचकर शिपिंग कंपनी और कस्टम क्लीयरेंस कराने वाली एजेंसी के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया है. पीड़ित ने अपने जेवरात की कीमत 55 लाख रुपये बताई है. फिलहाल माणक चौक थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.

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