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जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में PASS बनाने वाले 6 कर्मचारियों को हटाया गया, CCTV भी लगे

जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में पास बनवाने के लिए दलाल सक्रिय होने की खबर आने के बाद कमरा नंबर-1 में पास बनाने वाले 6 कर्मचारियों को हटा दिया गया है. पास बनाने की प्रक्रिया पर निगरानी के लिए सीसीटीवी भी लगाए गए है और मामले की जांच अतिरिक्त जिला कलेक्टर (द्वितीय) पुरुषोत्तम शर्मा को सौंपी गई हैं.

जयपुर न्यूज़, Pass making in Collectorate
जयपुर में पास बनाने वाले 6 कर्मचारी हटाए गए
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Published : May 13, 2020, 12:33 PM IST

जयपुर. जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में पास बनवाने के लिए दलाल सक्रिय होने की खबर सामने आने के बाद पास व्यवस्था में काफी बदलाव किया गया. जिला कलेक्ट्रेट के कमरा नंबर-1 में पास बनाने वाले कर्मचारियों के पूरे स्टाफ को बदल दिया गया है. यहां 6 कर्मचारी पास बनाने का काम कर थे, जिन्हें हटा दिया गया.

वहीं, सिविल डिफेंस के 12 स्वयंसेवकों को भी ड्यूटी से हटा दिया है. अब यहां सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मी लगाए गए हैं, जिससे संदिग्धों के प्रवेश को रोका जा सके. पास जारी करने वाले कक्ष और उसके बाहर की तरफ सीसीटीवी भी लगाए गए हैं, जिससे पास बनवाने की प्रक्रिया की निगरानी की जा सके. जिला कलेक्टर ने इस पूरे मामले की जांच अतिरिक्त जिला कलेक्टर (द्वितीय) पुरूषोत्तम शर्मा को सौंपी हैं.

पढ़ें: कमजोर, निराश्रित और जरूरतमंद परिवारों को अब 15 दिन के लिए मिलेगा सूखा राशन: खाद मंत्री रमेश मीणा

जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने जिला कलेक्ट्रेट में अन्य राज्यों में जाने वाले अनुमत श्रेणियों के व्यक्तियों के वाहनों के पास बनाने की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. जोगाराम ने बताया कि सभी एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देश दिए गए हैं कि पास बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होनी चाहिए. जयपुर जिला कलेक्ट्रेट परिसर में पास बनवाने के लिए भीड़ उमड़ रही थी और इसी भीड़ का दलाल फायदा उठा रहे थे.

जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने कहा कि मंगलवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में पास व्यवस्था में सिविल डिफेंस के नए वालंटियर लगाए गए हैं. सुबह बनीपार्क थाना पुलिस के सिपाही भी जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और चार संदिग्धों को पकड़कर उनसे पूछताछ की. इसके बाद इन संदिग्धों से इनका नाम और पता लेकर इन्हें छोड़ दिया गया. साथ ही लोगों को हिदायत दी गई कि गेट नंबर-1 पर भीड़ ना लगाएं. लोगों को कलेक्ट्रेट में स्थित पार्क में इन्हें बैठने को कहा गया है.

पढ़ें: पूनिया ने कहा 'निंदक नियरे राखिए', तो CM गहलोत बोले- आप जैसे व्यक्ति को भी निंदा करने के लिए ट्रेनिंग लेना पड़ती है...

डॉ. जोगाराम ने बताया कि पास बनवाने के लिए आने वाले लोगों से प्रार्थना-पत्र लेकर उस पर नंबर डालकर उन्हें एडीएम साउथ के पास भेजने की व्यवस्था पहले से ही चल रही थी, लेकिन अब जांच के बाद ही आवेदकों को प्रवेश दिया जा रहा है. 5 लोगों के पास जारी होने के बाद ही अगले 5 लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है. लोगों को माइक से सूचना दी जा रही है. गेट नंबर-1 के बाहर रस्सी लगाकर भीड़ को दूर रखा गया है, जिससे कोई भी बिचौलिया सक्रिय ना हो सके. इस कारण अब रूम नंबर-1 के बाहर और गैलेरी में भीड़ दिखाई नहीं दे रही है.

वहीं, अतिरिक्त जिला कलेक्टर दक्षिण शंकर लाल सैनी ने बताया कि अब पास लेने वाले आवेदकों से भी गहन पूछताछ की जा रही है. आवश्यक होने पर ही पास जारी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सोमवार को बिना अनुमति जारी किए गए पास की जांच की जाएगी.

जयपुर. जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में पास बनवाने के लिए दलाल सक्रिय होने की खबर सामने आने के बाद पास व्यवस्था में काफी बदलाव किया गया. जिला कलेक्ट्रेट के कमरा नंबर-1 में पास बनाने वाले कर्मचारियों के पूरे स्टाफ को बदल दिया गया है. यहां 6 कर्मचारी पास बनाने का काम कर थे, जिन्हें हटा दिया गया.

वहीं, सिविल डिफेंस के 12 स्वयंसेवकों को भी ड्यूटी से हटा दिया है. अब यहां सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मी लगाए गए हैं, जिससे संदिग्धों के प्रवेश को रोका जा सके. पास जारी करने वाले कक्ष और उसके बाहर की तरफ सीसीटीवी भी लगाए गए हैं, जिससे पास बनवाने की प्रक्रिया की निगरानी की जा सके. जिला कलेक्टर ने इस पूरे मामले की जांच अतिरिक्त जिला कलेक्टर (द्वितीय) पुरूषोत्तम शर्मा को सौंपी हैं.

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जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने जिला कलेक्ट्रेट में अन्य राज्यों में जाने वाले अनुमत श्रेणियों के व्यक्तियों के वाहनों के पास बनाने की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. जोगाराम ने बताया कि सभी एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देश दिए गए हैं कि पास बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होनी चाहिए. जयपुर जिला कलेक्ट्रेट परिसर में पास बनवाने के लिए भीड़ उमड़ रही थी और इसी भीड़ का दलाल फायदा उठा रहे थे.

जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने कहा कि मंगलवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में पास व्यवस्था में सिविल डिफेंस के नए वालंटियर लगाए गए हैं. सुबह बनीपार्क थाना पुलिस के सिपाही भी जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और चार संदिग्धों को पकड़कर उनसे पूछताछ की. इसके बाद इन संदिग्धों से इनका नाम और पता लेकर इन्हें छोड़ दिया गया. साथ ही लोगों को हिदायत दी गई कि गेट नंबर-1 पर भीड़ ना लगाएं. लोगों को कलेक्ट्रेट में स्थित पार्क में इन्हें बैठने को कहा गया है.

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डॉ. जोगाराम ने बताया कि पास बनवाने के लिए आने वाले लोगों से प्रार्थना-पत्र लेकर उस पर नंबर डालकर उन्हें एडीएम साउथ के पास भेजने की व्यवस्था पहले से ही चल रही थी, लेकिन अब जांच के बाद ही आवेदकों को प्रवेश दिया जा रहा है. 5 लोगों के पास जारी होने के बाद ही अगले 5 लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है. लोगों को माइक से सूचना दी जा रही है. गेट नंबर-1 के बाहर रस्सी लगाकर भीड़ को दूर रखा गया है, जिससे कोई भी बिचौलिया सक्रिय ना हो सके. इस कारण अब रूम नंबर-1 के बाहर और गैलेरी में भीड़ दिखाई नहीं दे रही है.

वहीं, अतिरिक्त जिला कलेक्टर दक्षिण शंकर लाल सैनी ने बताया कि अब पास लेने वाले आवेदकों से भी गहन पूछताछ की जा रही है. आवश्यक होने पर ही पास जारी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सोमवार को बिना अनुमति जारी किए गए पास की जांच की जाएगी.

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