जयपुर. ड्रग्स तस्करी मामले में रविवार देर रात ब्रिटेन से भारत लाया गया अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर किशन सिंह राजस्थान के नागौर का मूल निवासी है. वर्ष 2009 में एक बड़ा बिजनेसमैन बनने का सपना लेकर किशन सिंह नागौर से निकला और लंदन जा पहुंचा. लंदन पहुंचने के बाद किशन सिंह ने अपना बिजनेस भी शुरू किया और 2015 में उसे यूनाइटेड किंगडम की नागरिकता भी मिल गई.
वहीं, इसी दौरान वह कुछ ड्रग्स तस्करों के संपर्क में आया और फिर उसने म्याऊं म्याऊं नामक ड्रग्स की तस्करी करना शुरू कर दिया. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने वर्ष 2017 में ड्रग तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए हरप्रीत सिंह और उसके दो अन्य साथी अमनदीप व हरनीत हरपाल को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से तकरीबन 50 करोड रुपये की म्याऊं म्याऊं नामक ड्रग पाई गई थी. तस्करों से हुई पूछताछ में यह खुलासा हुआ था कि वह किशन सिंह के लिए काम करते है, जो कि लंदन में रहता है और ड्रग्स का एक बड़ा रैकेट चला रहा है.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की ओर से जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, उनमें कॉमनवेल्थ गेम में सिल्वर पदक जीतने वाला एक खिलाड़ी भी शामिल था. ड्रग्स नेटवर्क चलाने पर भारत ने किशन सिंह के बारे में लंदन की अदालत को सूचना दी. भारत की सूचना पर लंदन में वर्ष 2018 में किशन सिंह गिरफ्तार भी हुआ था, जिसे बाद में जमानत मिल गई. लंदन की एक अदालत ने भारत की मांग पर किशन सिंह के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी, जिसके बाद उसे रविवार देर रात लंदन से भारत लाया गया. फिलहाल, इस पूरे प्रकरण में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल किशन सिंह से पूछताछ कर रही है.