जयपुर. भारतीय बौद्ध संघ की ओर से जयपुर में बुधवार को कृषि बिलों के समर्थन में बाइक रैली निकाली गई. रैली के माध्यम से सीएए और एनआरसी का भी समर्थन किया गया. रैली शहीद स्मारक से शुरू हुई और सिविल लाइंस फाटक तक पहुंची. इसके बाद राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया. भारतीय बौद्ध संघ के बैनर तले शहीद स्मारक पर कार्यकर्ता जमा हुए. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जयकारे भी लगाएं सिविल लाइन फाटक पर भारतीय बौद्ध संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते संघ प्रिये राहुल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया और इसके बाद राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन भी दिया.
ज्ञापन में दिल्ली में तिरंगे का अपमान करने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग रखी गई. भारतीय बौद्ध संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते संघ प्रिये राहुल ने कहा कि कृषि बिल किसानों के हित में है, लेकिन किसानों को गुमराह किया जा रहा है. भारतीय बौद्ध संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद राय वर्मा ने बताया कि संघ किसानों का समर्थन करता है. साथ ही सीएए और एनआरसी बिल का भी रैली के माध्यम से समर्थन किया जा रहा है.
भंते संघ प्रिये राहुल का कहना है कि वे राष्ट्रपति और राज्यपाल से जांच की मांग करेंगे कि लाल किले पर तिरंगे का अपमान किस तरह से किया गया, वह कैसे लोग पहुंचे और कौन सा राजनीतिक दल इसमें शामिल है, इसकी जांच की जाए. भंते संघ प्रिये राहुल ने कहा कि भारतीय बौद्ध संघ पूरे देश में तिरंगे के अपमान को लेकर विरोध जता रही है और कृषि बिल, एनआरसी और सीएए के समर्थन में रैली निकाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी संभाग और जिला स्तर पर सीएए और एनआरसी के समर्थन में कार्यक्रम चलाए जाएंगे.
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किसान आंदोलन को लेकर भंते संग प्रिय राहुल ने कहा की जो कृषि बिलो का विरोध कर रहे हैं. वह किसान नहीं है और आंदोलन में गुमराह किसानों को शामिल किया जा रहा है. किसान नेता महेंद्र टिकैत ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने जो कानून पास किए हैं. ऐसे ही कृषि कानून होने चाहिए और उनके बेटे राकेश टिकैत राजनीति का शिकार है. वे राजनीति पार्टी बनाना चाहते हैं. इसलिए अपने नाम को चमका रहे हैं. वे किसी राजनीतिक दल से उत्तर प्रदेश में चुनाव भी लड़ना चाहते हैं. टिकैत के साथ प्रदेश के पूरे किसान नहीं आ रहे केवल पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान ही उनके साथ आंदोलन में शामिल हैं दूसरे राज्यों के किसान भी इसमें शामिल नहीं है.