जयपुर. राजस्थान आवासन मंडल ने शुक्रवार को मानसरोवर योजना में अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 10 मकानों से अतिक्रमण हटाया. इन मकानों का बाजार मूल्य लगभग 10 करोड़ रुपए बताया जा रहा है. उधर, विद्याधर नगर जोन क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए निगम प्रशासन ने 12 अवैध इमारतों को सील किया.
आवासन मंडल अपनी संपत्तियों पर किए गए अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहा है. राज्य सरकार से मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए शुक्रवार को मानसरोवर योजना के सेक्टर 2, 7, 11 और 12 के 10 मकानों पर अतिक्रमियों द्वारा किए गए अतिक्रमण पर कार्रवाई की. उप आवासन आयुक्त जेएस बुगालिया के नेतृत्व में गठित की गई टीम ने इन मकानों को अतिक्रमण से मुक्त कराया.
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इस संबंध में आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि पुलिस के सहयोग से अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मकानों को खाली करवाया गया और कब्जा लेकर ताले लगाए गए. उन्होंने कहा कि मंडल को मिले अतिक्रमण हटाने के अधिकार से राजस्थान आवासन मंडल सशक्त हुआ है. जिन 10 मकानों को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है, उनका बाजार भाव लगभग 10 करोड़ रुपए आंका जा रहा है.
वहीं, विद्याधर नगर जोन में अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 12 इमारतों को सीज किया गया है. निगम प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए नाहरी का नाका सीकर हाउस स्थिति 9 अवैध इमारतों को सीज किया. इसके अलावा शास्त्री नगर के इंदिरा वर्मा कॉलोनी, झोटवाड़ा स्थित संजय नगर-डी और आरपीए रोड नेहरू नगर प्रेम कॉलोनी में तीन इमारतों को सीज किया. इन इमारतों के मालिकों को हाईकोर्ट ने अवमानना नोटिस भी दे रखे थे.