जयपुर. जोधपुर के बेहद सेंसिटिव रेजीमेंट में तैनात जवान हनी ट्रैप के मकड़ जाल में किस तरह फंसा अब धीरे धीरे इसका राज फाश होने लगा है. राजस्थान इंटेलिजेंस की राज्य विशेष शाखा ने जवान के व्हॉट्सप डिटेल्स खंगाली तो पता चला कि पाकिस्तानी एजेंट ने झांसा देकर बेहद अहम दस्तावेज उगलवा लिए. पाक विषकन्या के कुछ वीडियो ईटीवी भारत के हाथ लगे हैं. यह खबर उन तमाम लोगों को सचेत करने के लिए है जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (Pakistani intelligence agency ISI) की महिला एजेंट के निशाने पर रहते हैं.
नाम अनेक, काम एक!: जवान प्रदीप कुमार को अपनी अदाओं के जाल में फंसाने वाली हसीना के कई नाम हैं. खुफिया एजेंसी को पता चला है कि पाकिस्तानी महिला एजेंट प्रिया शर्मा उर्फ पायल शर्मा उर्फ हर्लीन कौर उर्फ पूजा राजपूत जैसे अलग-अलग नामों के जरिए संपर्क करती है. फिर Short वीडियो मैसेज भेज कर उलझाती है. जैसे ही शिकार उस पर भरोसा करने लगता है तुरंत अपने असली रंग में आती है और सैन्य ठिकाने से जुड़ी गोपनीय सूचना हासिल कर लेती है.
जवान प्रदीप की गिरफ्तारी: 21 मई 2022 को राजस्थान इंटेलिजेंस की राज्य विशेष शाखा ने प्रदीप कुमार को ISI की महिला एजेंट को सामरिक महत्व की सूचनाएं भेजने और पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. राज्य विशेष शाखा की ओर से की गई जांच में यह तथ्य सामने आए कि उत्तराखण्ड के रुड़की का 24 वर्षीय प्रदीप कुमार 3 वर्ष पूर्व भारतीय सेना में भर्ती हुआ था. ट्रेनिंग के बाद उसकी गनर पद पर तैनाती अति संवेदनशील रेजीमेंट जोधपुर (extra sensitive regiment in Jodhpur) में हुई.
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ISI के जाल में फंसा जवान: अब तक की जांच में पता चला है कि लगभग 7 महीने पहले प्रदीप के मोबाइल पर एक महिला का फोन आया. फोन करने वाली महिला ने अपना नाम रिया बताया और खुद को मध्य प्रदेश के ग्वालियर का बताया. उसने बताया कि वो बेंगलुरु में मिलट्री नर्सिंग सर्विसेज में सेवाएं दे रही है. इस तरह ये सिलसिला आगे बढ़ा और पाकिस्तानी महिला एजेंट (Army jawan falls for honey trap by ISI) ने प्रदीप को अपनी बातों में फंसा लिया.
व्हॉट्सएप वीडियो कॉल कर फंसाया: ट्रैपर ने प्रदीप पर पकड़ को मजबूत बनाने का क्रम जारी रखा. अब वो उसके साथ व्हाट्सएप पर चैट, वॉइस कॉल और वीडियो कॉल करने लगी. जिसमें Short वीडियो संदेश भी शामिल थे. इनके जरिए जवान वो दावा करती कि हर सुख दुख में वो उसके साथ है. इसके बाद एक वादा भी किया- पाकिस्तानी महिला एजेंट ने प्रदीप से दिल्ली आकर मिलने और शादी करने का झांसा दिया. इसके बाद उसने असली खेल शुरू कर दिया. उसने सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेजों (confidential information across the border) की फोटो मांगना शुरू कर दिया. हनी ट्रैप में फंसे प्रदीप ने पाकिस्तानी महिला एजेंट को अपने कार्यालय से सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेज की फोटो चोरी-छिपे अपने मोबाइल से खींच कर भेजना शुरू कर दिया.
इस्तेमाल किया प्रदीप का नंबर: राज्य विशेष शाखा के अनुसंधान में यह तथ्य भी सामने आए कि प्रदीप ने पाकिस्तानी महिला एजेंट को अपने सिम कार्ड के मोबाइल नंबर और उस नंबर पर व्हाट्सएप एक्टिवेट करने के लिए मोबाइल पर आया हुआ ओटीपी भी शेयर किया था. जिसके चलते पाकिस्तानी महिला एजेंट ने भारतीय सिम नंबर के आधार पर व्हाट्सएप अकाउंट बनाया और उसे ऑपरेट किया. पाकिस्तानी महिला एजेंट ने प्रदीप के मोबाइल नंबर का उपयोग कर एक्टिवेट किए गए व्हाट्सएप अकाउंट के जरिए सेना के अन्य जवानों को अपना शिकार बनाया गया है या नहीं, इस बारे में भी जांच की जा रही है. इसके साथ ही प्रदीप को शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है. प्रकरण में प्रदीप से लगातार पूछताछ जारी है जिसमें अन्य खुलासे होने की भी संभावना है.