जयपुर. राज्य निर्वाचन आयोग, राजस्थान में चुनाव कार्यप्रणाली को समझने और पंचायत चुनावों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां पाने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग, हिमाचल प्रदेश का चार सदस्यीय प्रतिनिधि दल मंगलवार को आयोग पहुंचा. दल ने आयोग के उप सचिव अशोक जैन के साथ बैठक की और चुनाव से जुड़ी विभिन्न कार्यप्रणाली को समझा.
राज्य निर्वाचन आयोग, हिमाचल प्रदेश के निर्वाचन अधिकारी संजीव महाजन, वरिष्ठ सहायक कुंजन महाजन और संजय चंदेल ने आयोग के उप सचिव से चुनाव में काम में ली जा रही ईवीएम मशीन, मतगणना के तरीके, उम्मीदवारों के नामांकन से लेकर के चुने जाने तक सभी तरह की जानकारी प्राप्त की. साथ ही वर्तमान में हो रहे पंचायती राज चुनाव के दौरान काम में ली जा रही 'मल्टी पोस्ट-सिंगल वोट' ईवीएम मशीनों के बारे में भी जानकारी जुटाई.
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राज्य निर्वाचन आयोग उपसचिव अशोक जैन ने बताया कि हिमाचल में पंचायतीराज संस्थाओं के पंच, सरपंच, उपसरपंच, पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्य सभी दलीय आधार पर नहीं होते बल्कि फ्री सिंबल पर लड़े जाते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि हिमाचल में उप सरपंच का चुनाव भी सीधे जनता द्वारा किया जाता है. दल ने आयोग की आईटी सेल में जाकर विधानसभा की मतदाता सूची का वेरिफिकेशन कर पंचायत चुनाव में काम में ली जा रही मतदाता सूची तैयार करने के तरीकों को भी समझा.
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जैन ने बताया कि पंचायती राज संस्थानों में राजस्थान का चुनाव काफी जटिल माना जाता है लेकिन आयोग ने सरपंच के वृहद स्तर के चुनाव ईवीएम से करवाकर इसे खासा सरल बनाया है. उन्होंने कहा कि हर बार करोड़ों मतदाताओं का चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से करवाना ही आयोग की विश्वसनीयता बढ़ाता है. जैन ने हिमाचल प्रदेश में हुए पंचायत चुनावों के बारे में विस्तार से चर्चा की और वहां हो रहे नवाचारों को भी सराहा. इस दौरान राज्य निर्वाचन आयोग के कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे.