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हारेगा कोरोना: जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाने के लिए आगे आए धार्मिक संस्थान, रोजाना करीब 2 हजार फूड पैकेट्स का वितरण

कोरोना वायरस का आतंक लगातार जारी है. लॉक डाउन के कारण कई लोग भोजन को तरस रहे हैं. ऐसे में धार्मिक संस्थाओं ने हाथ आगे बढ़ाए हैं. जहां अमरापुर संस्थान के द्वारा रोजाना जयपुर में दिन भर के दौरान लगभग दो हजार के करीब तैयार खाने का वितरण हो रहा है.

जयपुर न्यूज, jaipur news
लॉक डाउन में आगे आये धार्मिक संस्थान
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Published : Mar 26, 2020, 9:15 PM IST

जयपुर. शहर में लॉक डाउन के बाद सड़क किनारे जिंदगी बिताने वाले सैकड़ों लोगों के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है. ढाबे और होटल बंद होने के कारण लॉक डाउन के बीच फंसे लोगों के लिए भी परेशानियां बढ़ने लगी हैं.

लॉक डाउन में आगे आए धार्मिक संस्थान

ऐसे में कुछ लोग वह भी हैं, जो इस मुसीबत की घड़ी में सेवा करते हुए व्यवस्थाओं के बीच अपना योगदान दे रहे हैं. ऐसे सभी लोगों को वक्त पर खाना पहुंचाने के लिए अब धार्मिक संस्थाएं भी आगे आ रही हैं और कोरोना के खिलाफ देश व्यापी जंग में अपना योगदान दे रही हैं. कोरोना वायरस संक्रमण के बाद लॉक डाउन की परिस्थितियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आह्वान पर सामाजिक और धार्मिक संगठन भी जरूरतमंद लोगों तक राशन और खाद्य सामग्री पहुंचाने में जुटे हैं.

धार्मिक संस्थाएं आए आगे...

जयपुर शहर के गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहे पर मौजूद अमरापुर संस्थान के द्वारा रोजाना जयपुर में दिन भर के दौरान लगभग दो हजार के करीब तैयार खाने का वितरण हो रहा है. वहीं 500 गरीब परिवारों को 2 से 3 हफ्ते के राशन को मुहैया कराने की तैयारियां भी जारी है. संस्थान के प्रमुख मनोहर स्वामी महाराज ने बताया कि उनके यहां से सवाई मानसिंह अस्पताल के चरक भवन में मौजूद स्टाफ के साथ साथ जरूरतमंद लोगों को भी रोजाना 200 से ढाई सौ फूड पैकेट भेजे जाते हैं.

ये पढेंः RSS ने कर्फ्यू के दौरान जरूरतमंदों वितरित किया भोजन

वहीं पुलिस और जिला प्रशासन की मदद से सुबह और शाम की शिफ्ट में 500 और 500 फूड पैकेट सड़कों पर फंसे लोगों के लिए दिए जा रहे हैं. इसके अलावा सीधे तौर पर संस्थान में आकर भी लोग जरूरतमंद लोगों के लिए इन फूड पैकेट्स की मांग करते हैं, तो संस्थान की ओर से इन का प्रबंध किया जा रहा है.

रोजाना 2 हजार फूड पैकेट्स का वितरण

घर में फंसे परिवारों की भी मदद...

इसी तरह से घरों में फंसे परिवारों के लिए 2 से 3 हफ्ते के राशन की भी व्यवस्था की गई है, जिसके तहत एक पैकेट में 10 किलो आटा 5 किलो चावल डेढ़ से 2 किलो दाल 2 किलो चीनी 2 लीटर तेल आधा किलो चाय पत्ती के साथ-साथ जरूरी मसाले बिस्किट और नमकीन की भी व्यवस्था की गई है. प्रशासन की मदद से अमरापुर संस्थान आप हर घर तक राशन के इन पैकेट्स के अभी वितरण करेगा. सरकार की ओर से जब यह कहा गया कि देश में कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए सबको एकजुट होकर काम करना होगा. उस दौर में सामाजिक संस्थाएं समाजसेवियों के साथ-साथ विभिन्न धर्मों से जुड़े संगठन भी आगे आए हैं और हर संभव मदद का भरोसा दे रहे हैं.

ये पढ़ेंः भीलवाड़ाः उपचार के बाद 3 पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट आई नेगेटिव, 1 नया मामला आया सामने

जाहिर तौर पर ईटीवी भारत भी अपील करता है कि हर सक्षम अपने नजदीक मौजूद किसी भी जरूरतमंद की मदद के लिए यथा संभव अपना योगदान दें. ताकि देश जल्द इन विकट परिस्थितियों से पार पाकर सशक्त भारत के रूप है आगे बढ़ पाए.

जयपुर. शहर में लॉक डाउन के बाद सड़क किनारे जिंदगी बिताने वाले सैकड़ों लोगों के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है. ढाबे और होटल बंद होने के कारण लॉक डाउन के बीच फंसे लोगों के लिए भी परेशानियां बढ़ने लगी हैं.

लॉक डाउन में आगे आए धार्मिक संस्थान

ऐसे में कुछ लोग वह भी हैं, जो इस मुसीबत की घड़ी में सेवा करते हुए व्यवस्थाओं के बीच अपना योगदान दे रहे हैं. ऐसे सभी लोगों को वक्त पर खाना पहुंचाने के लिए अब धार्मिक संस्थाएं भी आगे आ रही हैं और कोरोना के खिलाफ देश व्यापी जंग में अपना योगदान दे रही हैं. कोरोना वायरस संक्रमण के बाद लॉक डाउन की परिस्थितियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आह्वान पर सामाजिक और धार्मिक संगठन भी जरूरतमंद लोगों तक राशन और खाद्य सामग्री पहुंचाने में जुटे हैं.

धार्मिक संस्थाएं आए आगे...

जयपुर शहर के गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहे पर मौजूद अमरापुर संस्थान के द्वारा रोजाना जयपुर में दिन भर के दौरान लगभग दो हजार के करीब तैयार खाने का वितरण हो रहा है. वहीं 500 गरीब परिवारों को 2 से 3 हफ्ते के राशन को मुहैया कराने की तैयारियां भी जारी है. संस्थान के प्रमुख मनोहर स्वामी महाराज ने बताया कि उनके यहां से सवाई मानसिंह अस्पताल के चरक भवन में मौजूद स्टाफ के साथ साथ जरूरतमंद लोगों को भी रोजाना 200 से ढाई सौ फूड पैकेट भेजे जाते हैं.

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वहीं पुलिस और जिला प्रशासन की मदद से सुबह और शाम की शिफ्ट में 500 और 500 फूड पैकेट सड़कों पर फंसे लोगों के लिए दिए जा रहे हैं. इसके अलावा सीधे तौर पर संस्थान में आकर भी लोग जरूरतमंद लोगों के लिए इन फूड पैकेट्स की मांग करते हैं, तो संस्थान की ओर से इन का प्रबंध किया जा रहा है.

रोजाना 2 हजार फूड पैकेट्स का वितरण

घर में फंसे परिवारों की भी मदद...

इसी तरह से घरों में फंसे परिवारों के लिए 2 से 3 हफ्ते के राशन की भी व्यवस्था की गई है, जिसके तहत एक पैकेट में 10 किलो आटा 5 किलो चावल डेढ़ से 2 किलो दाल 2 किलो चीनी 2 लीटर तेल आधा किलो चाय पत्ती के साथ-साथ जरूरी मसाले बिस्किट और नमकीन की भी व्यवस्था की गई है. प्रशासन की मदद से अमरापुर संस्थान आप हर घर तक राशन के इन पैकेट्स के अभी वितरण करेगा. सरकार की ओर से जब यह कहा गया कि देश में कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए सबको एकजुट होकर काम करना होगा. उस दौर में सामाजिक संस्थाएं समाजसेवियों के साथ-साथ विभिन्न धर्मों से जुड़े संगठन भी आगे आए हैं और हर संभव मदद का भरोसा दे रहे हैं.

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जाहिर तौर पर ईटीवी भारत भी अपील करता है कि हर सक्षम अपने नजदीक मौजूद किसी भी जरूरतमंद की मदद के लिए यथा संभव अपना योगदान दें. ताकि देश जल्द इन विकट परिस्थितियों से पार पाकर सशक्त भारत के रूप है आगे बढ़ पाए.

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