जयपुर. आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि पर हर साल की भांति इस बार भी गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया जा रहा है, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस बार गुरु और शिष्य का ये रिश्ता ऑनलाइन हो चला है. छोटी काशी जयपुर में गुरु पूर्णिमा के दिन विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों की ओर से विशेष आयोजन कर गुरु के प्रति सम्मान प्रकट किया जाता है.
लेकिन कोविड-19 के कारण इस बार सभी जगह पर सामूहिक कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया. ऐसे में आजकल डिजिटल क्रांति के चलते गुरु पूर्णिमा पर्व भी ऑनलाइन ही मनाया गया. अधिकतर जगहों पर लोग ऑनलाइन गुरु पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए. वहीं, कई जगहों पर गुरु वेबिनार के जरिए शिष्यों को आशीर्वाद देते नजर आए. ये लगातार तीसरा साल है जब गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण लग रहा है, लेकिन इस बार गुरु पूर्णिमा पूरी तरह से डिजिटल पर्व की तरह मनाई जा रही है.
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हालांकि, कई शिष्यों ने अपने घरों में ही गुरु की तस्वीर लगाकर विधि विधान से पूजा भी की. वहीं, गुरु को दक्षिणा देने का प्रचलन इस बार नहीं हो सका, लेकिन कुछ शिष्यों ने ऑनलाइन गुरु दक्षिणा भेंट की तो वहीं गुरुओं ने भी ऑनलाइन दर्शन दिए. ज्योतिषाचार्य पंडित पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि हर साल गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाता है.
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इस बार भी महोत्सव कार्यक्रम तय था, लेकिन कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के चलते ऑनलाइन वेबिनार के जरिए गुरु शिष्यों के रिश्ते को निभाया जाएगा. इसमें देश-विदेश से भी लोग जुड़ेंगे जो इस बार महोत्सव की परंपरा को निभा ना सके. हर साल जयपुर में गुरु पूर्णिमा पर बड़ा महोत्सव आयोजित होता है. जिसमें हजारों लोग आते हैं, लेकिन कोरोना के चलते सालों से चली आ रही इस परंपरा को बदल कर ऑनलाइन कर दिया.