भिंड/जयपुर. राज्य सरकार टैंकर माफिया से मिली हुई है. ये नहीं चाहती कि गोहद जल संकट का समाधान हो. ये आरोप लगाया है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने. गोहद में वेसली डैम में कांग्रेस के जल सत्याग्रह के सातवें दिन दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए. गोहद पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
पढ़ें- बड़ी खबर : 1 मई से लागू होगी यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम...नाम होगा मुख्यमंत्री चिंरजीवी योजना
किसान खुद ले जाएंगे सिल्ट
ईटीवी भारत से ख़ास बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि गोहद में जल संकट एक बड़ी समस्या है. बेसिल डैम में जमा सिल्ट मिट्टी एक बड़ी परेशानी है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रशासन जेसीबी मशीन से सिल्ट बाहर निकाल दे. इस मिट्टी को किसान खुद ले जाएगा. इस सिल्ट से ईंटें बनाई जा सकती है.
राजस्थान सरकार से बातचीत की पहल करे सरकार
गोहद डैम का मुख्य स्रोत राजस्थान है. जहां से चम्बल का पानी कोटा बैराज से होते हुए अलग अलग डैम के करिए बीपी बांध तक पहुंचता है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजस्थान सरकार से उनकी बात हुई है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत से भी इस बारे में चर्चा हुई है. यहां का प्रशासन जल नीति के अनुसार जल वितरण नहीं कर रहा है. जल नीति के अनुसार पहले पेयजल का अधिकार है, फिर कृषि और अंत में उद्योग को पानी दिया जाने का प्रावधान है. यहां किसानों को प्राथमिकता दी गयी और पेयजल को बाद में, इसलिए इस तरह की स्थिति बनी है.
'मप्र की सरकार चलवाती है टैंकर माफिया'
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान में भले ही कांग्रेस की सरकार है. क्या मध्यप्रदेश सरकार ने राजस्थान सरकार से पहल की. दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश की सरकार खुद टैंकर माफिया चलवाती है. सरकार खुद चाहती है कि प्रदेश के लोग टैंकर से पानी लें. क्योंकि उसमें मंत्री का हिस्सा बंधा हुआ है.