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प्रश्नकाल में घिरे गहलोत के मंत्री, कटारिया और राजवी के सवालों ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया - Gehlot ministers entangled in the questions of Kataria and Rajvi

विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर भाजपा ने प्रदेश सरकार को एकबार फिर से घेरा. नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और विदायक नरपत सिंह राजवी ने भ्रष्टाचरा और गड़बड़ी के मामलों पर सरकार को फिर से कठघरे में खड़ा कर दिया. इन सवालों के जवाब में गहलोत के मंत्री भी कुछ संतोषजनक जवाब नहीं दे सके.

Rajasthan Assembly
प्रश्नकाल में घिरी सरकार
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Published : Mar 24, 2022, 4:56 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज भ्रष्टाचार को लेकर सरकार घिरती नजर आई. चाहे भाजपा विधायक नरपत सिंह के अकाउंट सर्विस अधिकारी के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का मामला हो चानेता प्रतिपक्ष गूलाब चंद कटारिया के परवन सिंचाई परियोजना में भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों पर कार्रवाई का मामला, सरकार के पास जवाब नहीं था. आज विधानसभा में विधायक नरपत सिंह राजवी ने अकाउंट सर्विस के अधिकारी उम्मेद सिंह के 56 लाख गबन करने पर निलंबित करने से संबंधित सवाल लगाया तो मंत्री शांति धारीवाल भी कुछ न बोल सके.

मंत्री धारीवाल ने यह स्वीकार किया कि विधानसभा में सवाल लगने के बाद ही यह निलंबन हुआ है. मंत्री शांति धारीवाल ने जवाब में कहा कि आरोपी अधिकारी पर केवल 56 लाख ही नहीं 10 करोड़ तक के गबन के आरोप हैं. धारीवाल ने कहा कि उम्मेद सिंह के खिलाफ तीन जांच चल रही है लेकिन प्रकिया यही है कि बर्खास्तगी जांच के बाद ही हो सकेगी. वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की ओर से परवन सिंचाई परियोजना में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत की गूंज भी विधानसभा में सुनाई दी.

सरकार इस मामले में उस समय घिर गई जब नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने निलंबित अधिकारियों को बिना जांच रिपोर्ट आए ही बहाल करने के आरोप लगाए. कटारिया ने सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मंत्री प्रमोद जैन भाया और 3 विधायकों की शिकायत के बाद CMO के निर्देश पर जांच शुरू हुई थी. विभाग में सीई राजीव चौधरी, कृष्ण मोहन, शिव शंकर को मंत्रियों और MLA की शिकायत पर निलंबित किया गया था, लेकिन इस मामले में रिटायर हो चुके कैलाश सांदू को पहले रिज्वाइन करवाया गया और उन्होंने आते ही 12 दिन में आरोपी अधिकारियों की बहाली कर दी.

मामले में मंत्री महेन्द्रजीत मालवीय ने सफाई देते हुए सदन में कहा कि कार्मिक विभाग के अनुसार अधिकारियों को ज्यादा दिन सस्पेंड नहीं रख सकते हैं लेकिन इसके साथ ही उन्होने आश्वस्त किया कि अगले 15 दिन में इस मामले में बनाई गई दोनों जांच कमेटियों की रिपोर्ट आएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. हालांकि उनके जवाब के बाद भी नेता प्रतिपक्ष ने जबरदस्त नाराजगी जताई थी.

जयपुर से सरिस्का तक कॉरिडोर का प्रयास
जयपुर के मालवीय नगर में पैंथर आने की घटनाओं से जुड़े मामले में कालीचरण सराफ के सवाल का आज वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने सदन में जवाब दिया. उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 2021 से अब तक पैंथर के बस्ती में आने की 9 घटनाएं जयपुर शहर में हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि क्योंकि झालाना वन क्षेत्र शहर के नजदीक है इसलिए पैंथर कभी भटककर शहरी क्षेत्र में आ जाता है. हेमाराम ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में 6 फीट ऊंची दीवार का निर्माण करने के साथ ही वन क्षेत्र में वन्यजीवों के लिए पानी की उपयुक्त व्यवस्था की गई है.

हांलाकि इस जवाब से असंतूष्ट सराफ ने कहा कि पैंथर शहर में इसलिए प्रवेश करते हैं क्योंकि विभाग इनके भोजन-पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं करता है, अगर व्यवस्था होती तो पैंथर बाहर नहीं निकलते. इसपर मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि झालाना में ग्रास लैंड विकसित किया जाना बहुत जरूरी है और इस पर काम चल भी रहा है जिससे आने वाले समय में इन पर विराम लगेगा. हेमाराम ने कहा कि इस क्षेत्र मे पर्यटकों की संख्या बढ़ी है और विभाग प्रयास कर रहा है कि जयपुर की झालाना लेपर्ड सफारी, नाहरगढ़ और रामगढ़ से होते हुए सरिस्का तक ऐसा कॉरिडोर बना दिया जाए ताकि इन जानवरों के पास जगह की कमी ना रहे और ये भटककर शहर में न आएं.

वन विभाग के पौधारोपण के सवाल पर उलझे हेमाराम
आज विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान वन विभाग से जुड़े सवाल पर मंत्री हेमाराम के जवाब पर गुलाबचंद कटारिया ने नाराजगी जताते हुए वन विभाग के कामकाज पर सवाल उठाया. दरसअल भाजपा विधायक पब्बाराम बिश्नोई सवाल फलोदी में पौधरोपण से जुड़ा था जिसके जवाब में मंत्री हेमाराम ने कहा कि 1 करोड़ 37 लाख 61 हजार रुपये के पौधे लगाए गए हैं, 94,105 का प्लान्टेशन हुआ जबकि 10776 पौधे नष्ट होने की जानकारी दी गई है. इस आंकड़े पर सवाल उठाते हुए कटारिया ने कहा कि आप जैसे मंत्री से ऐसे जवाब की उम्मीद नहीं थी. इस पर हेमाराम चौधरी ने कहा कि अगर शिकायत है तो इस मामले में अलग से कमेटी बनाकर जांच करवा दी जायेगी.

पब्बाराम बिश्नोई ने कहा कि 1 लाख बीघा में सोलर प्लांट है जिसके चलते बड़े स्तर पर पेड़ काटे गए हैं. अब उस जगह पर दोबारा वन विकसित होने चाहिए. इसपर मंत्री हेमाराम ने कहा कि सोलर कम्पनियों को पाबंद करेंगे और दोबारा पोधारोपण करवाने के भी निर्देश विभाग की और से जारी किया जायेगा. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पेड़ की गिनती करने वाला कमाल का आदमी है जिसकी गिनती के आखिर में 0 से ज्यादा अंक नहीं है. इस पर मंत्री हेमाराम ने स्वीकार किया कि उनके विभाग में अभी कमी चल रहा है ओर वो विभाग में निचले स्तर तक सुधार लाएंगे.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज भ्रष्टाचार को लेकर सरकार घिरती नजर आई. चाहे भाजपा विधायक नरपत सिंह के अकाउंट सर्विस अधिकारी के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का मामला हो चानेता प्रतिपक्ष गूलाब चंद कटारिया के परवन सिंचाई परियोजना में भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों पर कार्रवाई का मामला, सरकार के पास जवाब नहीं था. आज विधानसभा में विधायक नरपत सिंह राजवी ने अकाउंट सर्विस के अधिकारी उम्मेद सिंह के 56 लाख गबन करने पर निलंबित करने से संबंधित सवाल लगाया तो मंत्री शांति धारीवाल भी कुछ न बोल सके.

मंत्री धारीवाल ने यह स्वीकार किया कि विधानसभा में सवाल लगने के बाद ही यह निलंबन हुआ है. मंत्री शांति धारीवाल ने जवाब में कहा कि आरोपी अधिकारी पर केवल 56 लाख ही नहीं 10 करोड़ तक के गबन के आरोप हैं. धारीवाल ने कहा कि उम्मेद सिंह के खिलाफ तीन जांच चल रही है लेकिन प्रकिया यही है कि बर्खास्तगी जांच के बाद ही हो सकेगी. वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की ओर से परवन सिंचाई परियोजना में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत की गूंज भी विधानसभा में सुनाई दी.

सरकार इस मामले में उस समय घिर गई जब नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने निलंबित अधिकारियों को बिना जांच रिपोर्ट आए ही बहाल करने के आरोप लगाए. कटारिया ने सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मंत्री प्रमोद जैन भाया और 3 विधायकों की शिकायत के बाद CMO के निर्देश पर जांच शुरू हुई थी. विभाग में सीई राजीव चौधरी, कृष्ण मोहन, शिव शंकर को मंत्रियों और MLA की शिकायत पर निलंबित किया गया था, लेकिन इस मामले में रिटायर हो चुके कैलाश सांदू को पहले रिज्वाइन करवाया गया और उन्होंने आते ही 12 दिन में आरोपी अधिकारियों की बहाली कर दी.

मामले में मंत्री महेन्द्रजीत मालवीय ने सफाई देते हुए सदन में कहा कि कार्मिक विभाग के अनुसार अधिकारियों को ज्यादा दिन सस्पेंड नहीं रख सकते हैं लेकिन इसके साथ ही उन्होने आश्वस्त किया कि अगले 15 दिन में इस मामले में बनाई गई दोनों जांच कमेटियों की रिपोर्ट आएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. हालांकि उनके जवाब के बाद भी नेता प्रतिपक्ष ने जबरदस्त नाराजगी जताई थी.

जयपुर से सरिस्का तक कॉरिडोर का प्रयास
जयपुर के मालवीय नगर में पैंथर आने की घटनाओं से जुड़े मामले में कालीचरण सराफ के सवाल का आज वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने सदन में जवाब दिया. उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 2021 से अब तक पैंथर के बस्ती में आने की 9 घटनाएं जयपुर शहर में हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि क्योंकि झालाना वन क्षेत्र शहर के नजदीक है इसलिए पैंथर कभी भटककर शहरी क्षेत्र में आ जाता है. हेमाराम ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में 6 फीट ऊंची दीवार का निर्माण करने के साथ ही वन क्षेत्र में वन्यजीवों के लिए पानी की उपयुक्त व्यवस्था की गई है.

हांलाकि इस जवाब से असंतूष्ट सराफ ने कहा कि पैंथर शहर में इसलिए प्रवेश करते हैं क्योंकि विभाग इनके भोजन-पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं करता है, अगर व्यवस्था होती तो पैंथर बाहर नहीं निकलते. इसपर मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि झालाना में ग्रास लैंड विकसित किया जाना बहुत जरूरी है और इस पर काम चल भी रहा है जिससे आने वाले समय में इन पर विराम लगेगा. हेमाराम ने कहा कि इस क्षेत्र मे पर्यटकों की संख्या बढ़ी है और विभाग प्रयास कर रहा है कि जयपुर की झालाना लेपर्ड सफारी, नाहरगढ़ और रामगढ़ से होते हुए सरिस्का तक ऐसा कॉरिडोर बना दिया जाए ताकि इन जानवरों के पास जगह की कमी ना रहे और ये भटककर शहर में न आएं.

वन विभाग के पौधारोपण के सवाल पर उलझे हेमाराम
आज विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान वन विभाग से जुड़े सवाल पर मंत्री हेमाराम के जवाब पर गुलाबचंद कटारिया ने नाराजगी जताते हुए वन विभाग के कामकाज पर सवाल उठाया. दरसअल भाजपा विधायक पब्बाराम बिश्नोई सवाल फलोदी में पौधरोपण से जुड़ा था जिसके जवाब में मंत्री हेमाराम ने कहा कि 1 करोड़ 37 लाख 61 हजार रुपये के पौधे लगाए गए हैं, 94,105 का प्लान्टेशन हुआ जबकि 10776 पौधे नष्ट होने की जानकारी दी गई है. इस आंकड़े पर सवाल उठाते हुए कटारिया ने कहा कि आप जैसे मंत्री से ऐसे जवाब की उम्मीद नहीं थी. इस पर हेमाराम चौधरी ने कहा कि अगर शिकायत है तो इस मामले में अलग से कमेटी बनाकर जांच करवा दी जायेगी.

पब्बाराम बिश्नोई ने कहा कि 1 लाख बीघा में सोलर प्लांट है जिसके चलते बड़े स्तर पर पेड़ काटे गए हैं. अब उस जगह पर दोबारा वन विकसित होने चाहिए. इसपर मंत्री हेमाराम ने कहा कि सोलर कम्पनियों को पाबंद करेंगे और दोबारा पोधारोपण करवाने के भी निर्देश विभाग की और से जारी किया जायेगा. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पेड़ की गिनती करने वाला कमाल का आदमी है जिसकी गिनती के आखिर में 0 से ज्यादा अंक नहीं है. इस पर मंत्री हेमाराम ने स्वीकार किया कि उनके विभाग में अभी कमी चल रहा है ओर वो विभाग में निचले स्तर तक सुधार लाएंगे.

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