जयपुर. मुख्यसचिव डीबी गुप्ता की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में नए जेट विमान खरीद प्रक्रिया तय करने को लेकर अहम बैठक हुई. जिसमें नए विमान खरीद की क्वालिटी और रिक्वायरमेंट की रिपोर्ट रखी गई और नए जेट विमान को लेकर प्रक्रिया आगे बढ़ाने को मंजूरी दी गई.
दरअसल मिड साइज जेट की खरीद को लेकर 2011 में बात शुरू हुई थी. लेकिन 2013 में आचार सहिंता होने से जेट विमान नहीं खरीदा जा सका था. 2015 में एक बार फिर इसकी खरीद का मामला आया. प्रशासनिक अनुमोदन बाद वित्त विभाग ने प्रावधान पर सहमति दी. 150 से 170 करोड़ के बजट प्रावधान पर भी सहमति दी. बाद में सीएमओं भेजा गया प्रस्ताव लेकिन आचार सहिंता लगने के बाद 20 दिसम्बर 2018 तक अंतिम पत्रावली भेजी गई. अब जरूरत अनुसार जेट या मिड साइज जेट खरीदने की जरूरत आधुनिक जरूरत के हिसाब से राजकाज के कामों के लिए जेट या मिड जेट विमान उपयुक्त माना गया है.
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नए हेलीकॉप्टर और जेट विमान की जरूरत पहली बार तब चर्चा जब 2011 में चूरू में सरकारी कार्यक्रम से जैसे ही हेलीकॉप्टर की बेल्ट टूट गई थी. आज आलम ये है कि वो स्टेट हेंगर पर खड़ा है और इसकी हर छः माह में मेंटिनेश कराई जाती है. ऐसी स्थति में खराब पड़े इस हेलीकॉप्टर का खरीदार नहीं मिल रहा. अब मल्टी टर्बाइन वीवीआईपी सरकारी हेलीकॉप्टर और 10 सीटर जेट विमान की जरूरत है. अभी जो सरकार के पास दो विमान है वे 6 सीटर है.
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वहीं सरकार किंग एयर सी 90 विमान का बेचान करने जा रही है. इसके लिए ग्लोबल टेंडर किये जायेंगे. जिसका पुनर्मूल्यांकन करके बेचान की प्रकिया होगी. जब पुराने अगस्ता हेलीकॉप्टर की कीमत कंभी एक माह में पुनर्मूल्यांकन करके बेचने की प्रक्रिया होगी. 2014 पुराने हेलीकॉप्टर कीमत आंकी गईं जब इसका बेचान दर 12.40 करोड़ की दर रखी गई. इसके वेक्ल्युएसन के बाद ही बिलिंग प्रक्रिया निर्धारित हो जाएगी.