जयपुर. प्रदेश में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से फैलने के बाद आगामी दिनों में होने वाली शादियों पर एक बार फिर से खतरा मंडराने लगा है. इससे पहले कोविड के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान सैकड़ों शादियां स्थगित हो गई थी. वहीं, अब एक बार फिर कोरोना के बढ़ते केस और शादियों की सीजन पर असमंजस बरकरार है.
दरअसल, 13 अप्रैल को मीनमलमास और शुक्र का तारा 23 अप्रैल को खत्म होने के बाद फिर से 3 महीने के बाद शहनाइयों की गूंज पर कोरोना हावी हो गया है. वहीं, राज्य सरकार ने भी नई कोविड गाइडलाइन में शादी-समारोह में 100 मेहमानों की अनुमति के निर्देश दिए हैं. जबकि आगामी शादियों के निमंत्रण पत्र भी मेहमानों के घर भेजे जा चुके हैं. ऐसे में वर-वधू दोनों पक्षों की मुश्किलें भी बढ़ गई है.
ज्योतिषाचार्य पंडित पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि 21 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर अबूझ मुहूर्त में शादियों का शुभ मुहूर्त है. जिसके तहत जयपुर जिले में 2000 से अधिक और प्रदेश में 28 हजार के आसपास शादियां हैं. वहीं, 25 अप्रैल से पंचागीय रेखीय सावों की शुरुआत होगी, जो 31 मई तक जारी रहेगी. लेकिन कोविड की नई गाइडलाइन से कई लोग विवाह कैंसिल भी कर रहे हैं. जबकि इस महीने होने वाली शादियों के लिए गार्डन, होटल सहित अन्य बुकिंग और तैयारियां पूरी कर ली गई है.