जयपुर. पूरे देश में रविवार को गीता कॉन्टेस्ट का आयोजन किया (Geeta contest held in Jaipur on Sunday) गया. इसमें हजारों देशी-विदेशी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. हरे कृष्ण मूवमेंट की ओर से देश के सभी प्रमुख शहरों में ये प्रतियोगिता ऑनलाइन जबकि जयपुर, उदयपुर और भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में ऑफलाइन परीक्षा आयोजित की गई. इसमें युवा से लेकर बुजुर्ग सभी आयु वर्ग के लोगों ने भाग लिया. जून के पहले सप्ताह में परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाएगा और 26 जून को श्रेणी के आधार पर पुरस्कार दिए जाएंगे.
गीता कॉन्टेंस्ट में इस तरह के पूछे गए सवाल: श्रीमद्भागवतम के अनुसार परम सत्य के साक्षात्कार के लिए क्या क्रम है? ईश्वरीय नियम की सबसे बड़ी अवहेलना क्या मानी जाती है? अहम् ब्रह्म-अस्मि इस शब्द का क्या अर्थ है?. कृष्ण परम-साक्षी क्यों माने जाते हैं? भगवान की यह परिभाषा कि "वह जो 6 ऐश्वर्यों से परिपूर्ण हैं", किसने दी? वेदों में भगवान की उपमा किससे की गई है? मृत्यु के समय मनुष्य को नवीन जीवन मार्ग पर कौन ले जाता है? भगवत गीता का ज्ञान अर्जुन को क्यों दिया गया? जैसे सवाल परीक्षा में पूछे गए.
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परीक्षार्थियों के ये रहे अनुभव: देश की प्रतिष्ठित सॉफ्टवेयर कंपनी में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजवीर सिंह ने बताया कि गीता में सीखने के लिए बहुत कुछ है. परीक्षा देना भी एक बेहतर अवसर है. जीवन की हर समस्या का समाधान गीता में दिया है. वहीं, महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में कार्यरत नीता ने बताया कि गीता कॉन्टेस्ट के कारण वे भगवत गीता का अध्ययन कर पाई और जीवन का महत्व समझ पाईं. गीता कॉन्टेस्ट सीनियर कैटेगरी प्रथम पुरस्कार गीता रत्न विजेता को 25,000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार गीता भूषण को 11000 रुपए का, तृतीय पुरस्कार गीता को 11000 रुपए दिया जाएगा. साथ ही विशेष आकर्षक ट्रॉफी एंड सर्टिफिकेट दिए जायेंगे. कॉन्टेस्ट में टॉप 10 रैंक में आने वाले प्रतिभागियों को 1100 रुपए सांत्वना पुरस्कार के रूप में दिए जाएंगे.