कानपुर/झुंझुनू: नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश करने का दावा पुलिस ने किया है. कानपुर पुलिस ने गैंग का पर्दाफाश करते हुए एक दंपति समेत 5 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों के पास से पुलिस ने कई सरकारी विभागों के फर्जी नियुक्ति पत्र, फर्जी आधार कार्ड, आईडी कार्ड बरामद किए हैं. पकड़े गए ठग रेलवे, खाद्य सुरक्षा विभाग समेत सरकारी बैंकों में नौकरी लगवाने को लेकर एक दर्जन से अधिक लोगों को लाखों की चपत लगा चुके हैं.
मामले का ऐसे हुआ खुलासा
जिले के थाना जूही में रोहित नाम के युवक ने 5 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत के मुताबिक, रेलवे में बाबू की नौकरी का झांसा देकर 8.5 लाख रुपये उससे हड़प लिए गये थे. पुलिस ने मामले की पड़ताल करते हुए शॉपिंग मॉल के पास पांचों ठगों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए शातिरों में गाजियाबाद के रहने वाले कुलदीप और उसकी पत्नी आमरीन फ़ातिमा उर्फ रीता के साथ दिल्ली के विनय समेत राजस्थान के झुंझुनूं का दीपक शामिल है.
ऐसे करते थे ठगी
यह गिरोह शातिर अंदाज में ठगी का जाल बुनता था. पुलिस के अनुसार गैंग का सरगना कुलदीप और उसकी पत्नी रीता सरकारी नौकरी की तलाश में लगे व्यक्ति को टारगेट करते थे. गिरोह के सदस्य दीपक और सुनील विभिन्न विभागों के फर्जी नियुक्ति न सिर्फ तैयार करने की जिम्मेदारी संभालते थे, बल्कि अभ्यर्थियों के घर तक पहुंचाने का कार्य भी करते थे. वहीं दिल्ली का विनय जाल में फंसे लोगों को किराए के मकान में फर्जी ट्रेनिंग दिलवाता था.
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यह गिरोह इतने शातिर अंदाज में ठगी करता था कि जाल में फंसे लोगों को जरा भी शक नहीं होता था. इसके लिए बाकायदा अभ्यर्थियों को सरकारी विभागों के दफ्तरों में उन्हें बुलाकर मुलाकात करते थे, ताकि उनको जालसाजी की भनक भी न लगे.
पुलिस तार तलाशने में जुटी
फिलहाल पुलिस ने महिला समेत पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया है. पुलिस अब इस गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश करने में जुट गई है. पुलिस पता लगा रही है कि इस गिरोह का कनेक्शन और कहां-कहां तक फैला है.