जयपुर. बजाज नगर थाना इलाके में विदेश में शेफ की नौकरी दिलाने का झांसा दे 3 लाख रुपये से अधिक की ठगी का मामला (Bajaj Nagar Job Fraud Case) सामने आया है. बजाज नगर थानाधिकारी शीशराम मीणा ने बताया कि परिवादी का भांजा अंकित पेशे से शेफ है, जिसने दुबई और अन्य जगह शेफ का काम किया है और वर्तमान में वह बेरोजगार चल रहा है.
1 जुलाई 2022 को उसके फोन पर एक लड़की ने फोन कर खुद को आयुषी जायसवाल बताया और कहा कि वह उसे देहरादून में मिली थी. बातचीत में उसने बताया कि न्यूयॉर्क में उसका पति गौतम मल बेनारस रेस्टोरेंट एण्ड बार चलाते है और उन्हें शेफ की जरूरत है. बेरोजगार होने के चलते अंकित काम करने के लिए तैयार हो गया.
अपॉइंटमेंट लेटर भेजने के बाद ठगी राशि : अंकित ने पुलिस को बताया कि 2 जुलाई को शेफ की नौकरी के लिए आयुषी ने अपॉइंटमेंट लेटर व्हाट्सप पर भेजा और कहा कि अभी 56 हजार रुपये देने होंगे. इसके बाद कोई खर्चा नहीं लगेगा. जिस पर अंकित ने उक्त राशि आयुषी द्वारा बताए गए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी. इसके बाद अंकित से उसका पासपोर्ट कोलकाता के एक पते पर मंगवाया गया. इसके बाद आयुषी ने 9 जुलाई को बीमा के नाम पर 52 हजार रुपये खाते में डलवा लिए.
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इसके बाद एनआरआई अकाउंट खोलकर पांच लाख रुपये उसमें शो कराने के लिए कहा. साथ ही अंकित की दो महीने की सैलरी एनआरआई खाते में आयुषी ने अपनी ओर से जमा करवाने की बात कही और एक महीने की सैलरी 1 लाख 80 हजार रुपये अंकित को जमा करवाने के लिए कहा. पीड़ित ने किसी तरह पैसों की व्यवस्था कर 19 जुलाई को 1 लाख 80 हजार रुपये आयुषी द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद आयुषी के कहने पर पीड़ित ने 1 अगस्त को 70 हजार रुपये और खाते में जमा करवा दिए.
मामा बोलकर प्रकाश से भी राशि ठगने का किया प्रयास : अंकित के मामा प्रकाश सिंह को भी आयुषी ने कुछ दिन पहले फोन किया और उसे मामा कह संबोधित किया. आयुषी ने प्रकाश सिंह को अंकित को विदेश भेजने के लिए 1 लाख 80 हजार रुपये और देने के लिए कहा. जिसपर जब उन्हें शक हुआ तो उन्होंने आयुषी से कहा कि अभी पैसे वह दे दे और बाद में राशि अंकित की सैलरी में से काट ले. इतना सुनने के बाद आयुषी ने फोन काट दिया और मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया.
25 अगस्त को आयुषी ने अंकित को फोन कर उससे और राशि की डिमांड की. जिस पर अंकित ने और राशि नहीं होने का हवाला देते हुए अब तक दी गई सारी राशि वापस लौटाने के लिए कहा. जिस पर आयुषी ने कॉन्ट्रैक्ट कैंसिल कराने और अब तक ली गई सारी राशि वापस लौटाने की एवज में 45 हजार रुपयों की डिमांड की. जिस पर अंकित ने और राशि देने से साफ मना कर दिया और आयुषी ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया. इस प्रकार से 3 लाख 7 हजार रुपये की ठगी का शिकार होने के बाद पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया. फिलहाल, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर ट्रांजैक्शन डिटेल और मोबाइल नंबर के आधार पर जांच करना शुरू किया है.