जयपुर. गलत बयानबाजी को लेकर प्रदेश भाजपा संगठन (Rajasthan BJP) की ओर से पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा को 24 जून को नोटिस जारी किया गया था. रोहिताश्व शर्मा ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया है. वहीं शर्मा ने साफ कर दिया कि वे संगठन महामंत्री चंद्रशेखर से मिले बिना ही अब सीधे संगठन को अपना जवाब देंगे. जवाब देने की अंतिम मियाद 9 जुलाई है.
पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा को प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर महामंत्री भजन लाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) ने 24 जून को नोटिस जारी किया था. जिसमें 15 दिन में जवाब देने के लिए कहा गया था. नोटिस की मियाद 9 जुलाई को पूरी हो रही है लेकिन 10 दिन का समय निकलने के बाद अब तक शर्मा ने नोटिस का कोई जवाब संगठन को नहीं दिया. हालांकि, शर्मा के नोटिस मिलने के बाद से अब तक मीडिया में उनके कई बयान जरूर आ गए.
दो-तीन दिन में दूंगा तगड़ा जवाब
इस बारे में पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा ने कहा कि अब वो संगठन महामंत्री चंद्रशेखर मिश्रा से इस संबंध में मुलाकात नहीं करेंगे. सीधे ही प्रदेश संगठन को नोटिस का जवाब देंगे. शर्मा ने कहा जो नोटिस मुझको भेजा गया है, उसका जवाब तथ्यात्मक रूप से दूंगा. जो बहुत तगड़ा होगा.
यह भी पढ़ें. वसुंधरा समर्थक का पूनिया पर निशाना, रोहिताश्व शर्मा ने नाम लिए बगैर कही ये बड़ी बात
शर्मा के अनुसार पहले जब नोटिस मिला था तो उसके शब्दों से ऐसा लगा कि प्रदेश महामंत्री भजनलाल ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर नोटिस जारी कर दिया. उसमें प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री को सूचनार्थ शब्द का इस्तेमाल था लेकिन बाद में जब प्रदेश अध्यक्ष ने मीडिया में यह क्लियर कर दिया कि जो नोटिस दिया गया है, उनके संज्ञान में है. तब इस बारे में संगठन महामंत्री से मुलाकात का कोई मतलब नहीं रह जाता. इसीलिए अब सीधे नोटिस का ही जवाब दिया जाएगा.
9 जुलाई के बाद संगठन का कदम तय करेगा, कौन किस पर रहा भारी
राजस्थान बीजेपी (Rajasthan BJP) में पिछले दिनों पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) समर्थकों की बयानबाजी सामने आई. उसके बाद एक मात्र पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा को नोटिस जारी किया गया, जबकि बयानबाजी करने वाले अन्य विधायक और पूर्व विधायक को कोई नोटिस नहीं मिला. अब नोटिस का रोहिताश शर्मा क्या जवाब देते हैं और उसके बाद संगठन का अगला कदम क्या रहेगा, इस पर सबकी निगाहें टिकी है.
यह भी पढ़ें. मैं रोहिताश्व शर्मा के बयान से इत्तेफाक नहीं रखता, पार्टी ने उन्हें नोटिस भेज दिया हैः सतीश पूनिया
सबकी निगाहें प्रदेश संगठन पर टिकी
यदि जवाब से असंतुष्ट होकर शर्मा पर आगामी कार्रवाई के लिए मामला अनुशासन समिति में भेजा जाता है. उसे ठंडे बस्ते में ना रख कर तुरंत कार्रवाई होती है तो माना जाएगा कि प्रदेश संगठन मजबूत स्थिति में है. वो किसी भी सूरत पर अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगा लेकिन यदि मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया तो फिर मैसेज इसका विपरीत ही जाएगा. माना जाएगा कि संगठन ने शर्मा को नोटिस देने में जल्दबाजी कर दी. हालांकि, अब सबकी निगाहें 9 तारीख के बाद होने वाले घटनाक्रम पर टिकी है.