जयपुर. अपनी एक दर्जन मांगों को लेकर दूदू, फागी, फुलेरा, मालपुरा से विभिन्न स्थानों के सैकड़ों किसान गुरुवार को दूदू के जाट छात्रावास में किसान महापंचायत कर रहे हैं. किसान उपज खरीद को ग्राम सेवा सहकारी समिति के द्वारा साल भर चालू रखने, फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर नहीं खरीदने, फसल बीमा ऐच्छिक करने, फसलों की खरीद सरकार द्वारा सुनिश्चित कराने सहित कई मांगे है. किसान महापंचायत को राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट सहित प्रदेश के अन्य किसान नेताओ ने संबोधित किया. किसान महापंचायत में दो प्रस्ताव रखे गए.
पहले प्रस्ताव के तहत भ्रष्टाचार से मुक्त खरीद प्रणाली को किसानों के अनुकूल बनाने की मांग की गई. किसान की महापंचायत में तय किया गया कि खरीद प्रणाली को भ्रष्टाचारियों से मुक्त कराने के लिए केंद्रीकृत व्यवस्था के स्थान पर भी विकेंद्रित व्यवस्था कारगर रहेगी. इसके लिए वर्ष भर ग्राम स्तर पर इसके लिए ग्राम सहकारी सेवा समिति पर स्थित केंद्र बनाकर खरीद तंत्र को सुदृढ़ किया जाए. प्रणाली की स्थापना मध्य प्रदेश की उपार्जन एवं भावांतर भुगतान योजना के अनुसार किसानों के अनुकूल रहेगा. प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान (पीएम आशा) की मार्गदर्शिका ख़रीद में बाधा उत्पन्न करने वालों को तत्काल हटाया जाए.
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जिन किसानों ने किराया, पट्टे, बटाई पर भूमि काश्त की है, उनकी उपज की खरीद का अवसर भी खातेदार किसान की भांति दिया जाए. इसी के साथ किसी भी कारण फसल खराब हो जाए तो जितनी मात्रा में खराब हुआ है उतनी मात्रा में किसानों को बीमा की राशि दिलवाई जाए. गुणवत्ता के मापदंडों को व्यवहारिक और सरल बनाया जाए. साथ ही खरीद में हुए भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच दल बनाकर भ्रष्टाचारियों को दंडित करना भी आवश्यक है.
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दूसरा प्रस्ताव पैदल मार्च का लिया गया. रामपाल जाट ने बताया कि प्रदेश के किसानों ने 21 अक्टूबर 2010 को दूदू में आयोजित किसान महापंचायत में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर प्रति ग्राम सेवा सहकारी समिति पर वर्ष पर खरीद के लिए स्थाई खरीद केंद्र बनाए जाने संबंधी प्रस्ताव पास किया था. जिसे आज से स्वीकार नहीं किया गया. यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो हजारों किसान 9 अक्टूबर 2019 को दूदू से जयपुर पैदल कूच करेंगे.