जयपुर. राज्य बजट 2021 से पहले Etv Bharat मध्यम आय वर्ग में आने वाली गुप्ता फैमिली के पास पहुंचा. यहां सरकारी नौकरी से रिटायर हो चुके रमाकांत गुप्ता ने उम्मीद जताई कि जो महंगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, उसे किसी भी तरह से कम किया जाए. उन्होंने कहा कि ये महंगाई तभी कम होगी, जब राज्य सरकार पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करे. दूसरा राज्य सरकार पहल करते हुए आम जनता को राहत देने के लिए इच्छाशक्ति दिखाए और टैक्स कम करे. साथ ही सरकारी खेमे में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की पहल करे.
वहीं व्यवसाय करने वाले रजनीश गुप्ता ने कहा कि कोरोना काल में जो संकट का दौर था, वो व्यापारियों के लिए भी चुनौती लेकर के आया. उद्योग जगत काफी प्रभावित हुआ है. ऐसे में राज्य बजट में अब 24 फरवरी को राज्य सरकार के बजट से ही उम्मीद है कि जिन व्यवसायियों की कोरोना के दौर में आर्थिक स्थिति बिगड़ी है, उन पर जीएसटी का भार कम करे और राहत दे. वहीं इसी परिवार के एक अन्य सदस्य जो नौकरी का इंतजार कर रहे हैं, उन्होंने कहा राज्य में रोजगार के अवसरों में इजाफा किया जाए. प्राइवेट और गवर्नमेंट सेक्टर में राज्य सरकार नौकरियों पर फोकस करे, ताकि युवा बेरोजगारों को राहत मिले.
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उधर, किचन मैनेजमेंट घर के बजट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस समय किचन का बजट डगमगाया हुआ है. ऐसे में गृहणियों को बजट से काफी उम्मीदें हैं. गुप्ता फैमिली की गृहणियों की माने तो आय के साधन कम होने के साथ सैलरी में भी कटौती हुई है. ऐसे में राज्य सरकार का बजट राहत देने वाला हो। महंगाई के कारण उनकी रसोई का स्वाद प्रभावित हो रहा है. जब तक है, किराना और गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी नहीं आएगी. तब तक घर का बजट नहीं संभलेगा. यही नहीं दूध और घी की कीमतों में भी कमी आनी चाहिए.
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इन सबके बीच मार्च और अप्रैल में बच्चों के स्कूल की फीस के खर्चे ने भी परिवार के सामने संकट खड़ा कर दिया है. इसके अलावा बच्चों की अन्य गतिविधियों के लिए भी परिजनों को जेब ढीली करनी पड़ती है. ऐसे में इस फैमिली के बच्चे भी गहलोत अंकल से बजट में फीस में राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं. बहरहाल, इन उम्मीदों और अपेक्षाओं के बीच 24 फरवरी के उस दिन का इंतजार रहेगा, जब गहलोत सरकार बजट का पिटारा खोलेगी.