जयपुर. प्रदेश में बिजली चोरी करने वाले किसानों सहित सभी पर वीसीआर भरकर उन पर जुर्माना लगाया जा रहा है, जिससे डिस्कॉम की आय बढ़ी है. बावजूद इसके बिजली चोरी की घटनाओं में कमी नहीं आई. यह बात खुद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने विधानसभा जवाब देते हुए स्वीकार किया.
चोरों को चोरी पकड़ने में लगा दिया तो न्याय कैसे मिलेगा- रुपाराम
दरअसल प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक रूपाराम जाट ने सवाल करते हुए यह आरोप लगाया की डिस्कॉम में चोरों को ही चोरी पकड़ने का काम दिया गया है. ऐसे में न्याय आखिर कहां मिलेगा. रूपाराम का आरोप था कि वीसीआर भरने का कोई आधार नहीं है विजिलेंस टीम अपनी मनमर्जी के आधार पर वीसीआर भर देती है और इसमें भ्रष्टाचार भी होता है. वहीं पूरक सवाल पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पूछा कि मंत्री जी यह भी बता दो कि वीसीआर मरने से डिस्कॉम की आय बढ़ रही है लेकिन उसी अनुपात में क्या बिजली की चोरी घट रही है तो जवाब में ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा की बिजली चोरी के केस कम नहीं हो रहे हैं.
डॉ. बीडी कल्ला ने कहा कि बिजली चोरी रोकने के लिए बनाए जाने वाली विजिलेंस टीम में एडिशनल एसपी एक्सईएन और अन्य अधिकारी शामिल होते हैं. कल्ला के अनुसार AEN के स्तर पर 25 हजार, XEN के स्तर पर 50 हजार और SE के स्तर पर 3 लाख तक की वीसीआर भरी जा सकती है. साल 2017-18 में 35 हजार 297 और 2018-19 में अब 24 हजार 216 बिजली चोरी के केस सामने आए हैं. कल्ला ने कहा कि वीसीआर भरना यदि छोड़ देंगे तो बिजली चोरी की घटनाएं और बढ़ेगी.