जयपुर. गुलाबीनगरी परकोटा क्षेत्र के प्राचीन मंदिरों चिंता किसी को नहीं है. अब स्थिति यह है कि, गौरीशंकर महादेव मंदिर, अमलेश्वर, जमनेश्वर महादेव मंदिर सहित पांच मंदिरों में 1 महीने से अंधेरा है. क्योंकि छोटी चौपड़ और बड़ी चौपड़ पर मेट्रो का काम पूरा हो चुका है. ऐसे में मेट्रो प्रबंधन ने अपना कनेक्शन कटवा लिया है.
दरअसल बड़ी चौपड़, माणक चौक थाने के पीछे खाली जगह में इन मंदिरों को मेट्रो निर्माण के दौरान शिफ्ट किया गया था. इसी खाली जगह में मेट्रो ने एसी प्लांट लगाकर बिजली कनेक्शन लिया था. लेकिन अपनी जरूरत निकलते ही मेट्रो प्रशासन ने विद्युत कनेक्शन कटवा दिया. इसके बाद से इन पांच मंदिरों में रात को अंधेरा है. हालांकि अभी मंदिर परिसर में मीटर तो लगा है लेकिन कनेक्शन मेट्रो ने महीने पहले कटवा दिया.
ये पढ़ें:कृषि बिल का विरोध करने वाले राजनीतिक दलों को लेकर भाजपा नेता के बिगड़े बोल, आप भी सुनें क्या कहा...
जबकि मेट्रो ने अपने कामकाज के लिए विद्युत कनेक्शन लिया था. अब मेट्रो का काम पूरा हो गया है और एक दिन पहले ही छोटी चौपड़ बड़ी चौपड़ मेट्रो स्टेशन का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उद्घाटन भी कर दिया. ऐसे में इन मंदिरों में अंधेरा होने से ना भक्त आते है और ना ही पुजारी ठहरता है. वहीं धर्म संरक्षण समिति को इन मंदिरों का रखरखाव करने की जिम्मेदारी है. लेकिन अब तक विद्युत कनेक्शन समिति की ओर से नहीं करवाया जा सका है.
जयपुर के मंदिरों में सदबुद्धि यज्ञ
बड़ी चौपड़ से छोटी चौपड़ तक मेट्रो स्टेशन का बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्चुअल उद्घाटन किया है. इसी दौरान इसके विरोध में जयपुर शहर के 108 छोटे-बड़े मंदिरों में सद्बुद्धि यज्ञ किए गए है. साथ ही इन मेट्रो के विकास में तोड़े गए मंदिरों को पुनर्स्थापित करने की एक स्वर में मांग उठी है. दरअसल परकोटे के दोनों मेट्रो स्टेशन के निर्माण के समय 5 साल पहले दर्जनों छोटे-बड़े प्राचीन शिव और हनुमान जी के मंदिर तोड़े गए थे और इसका जयपुर के सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने उस समय प्रबल विरोध किया था.