नई दिल्ली/जयपुर. अजमेर-जयपुर हाईवे पर लोगों को प्लॉट देने के नाम पर उनसे करोड़ों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. ऐसे 17 लोगों की शिकायत मिलने पर आर्थिक अपराध शाखा ने मामला दर्ज कर आरोपी बिल्डर को गिरफ्तार कर लिया है. आर्थिक अपराध शाखा के अनुसार आरोपी ने बिना प्रशासन की अनुमति के लोगों के लिए यह प्लॉट निकाले और उनके साथ ठगी को अंजाम दिया.
संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार गुरजीत सिंह मदान सहित कुछ लोगों ने आनंद अल्टिमा बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ शिकायत दी थी. उन्होंने बताया कि अजमेर जयपुर रोड स्थित आशियाना एनक्लेव में बिल्डर ने कई प्लॉट निकाले थे. 2012 से 2014 के बीच इस कंपनी से उन्होंने यह प्लॉट खरीदे थे. इसका दफ्तर जनकपुरी स्थित डिस्ट्रिक्ट सेंटर में था. उन्होंने पूरी रकम जमा करा दी लेकिन उन्हें प्लॉट नहीं मिला. उनसे लगभग 38 लाख रुपये की ठगी बिल्डर द्वारा की गई थी. ऐसे 17 लोगों की शिकायत आर्थिक अपराध शाखा के पास आई थी.
जयपुर से गिरफ्तार हुआ आरोपी बिल्डर
प्राथमिक जांच के बाद वर्ष 2018 में आर्थिक अपराध शाखा ने मामला दर्ज किया था. जांच के दौरान पुलिस टीम ने बैंक खातों को खंगालने के साथ ही सभी दस्तावेजों की जांच की. इसके साथ ही सरकार से इस प्रोजेक्ट को लेकर भी जानकारी जुटाई गई, जिससे पता चला कि सरकार की तरफ से इस प्रोजेक्ट को किसी प्रकार की अनुमति नहीं दी गई है. इस जानकारी पर डायरेक्टर को नोटिस दिया गया लेकिन वह पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुआ. इसके बाद इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार और दिनेश भैया की टीम ने छापा मारकर उसे जयपुर से गिरफ्तार कर लिया है.
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रिमांड पर लेकर पुलिस कर रही पूछताछ
उसे अदालत के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे 1 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. पूछताछ के दौरान यह पता चला कि उसने आशियाना एंक्लेव के नाम से एनएच 8 अजमेर रोड- जयपुर पर प्रोजेक्ट लांच किया था. उसने इसकी झूठे वादे करते हुए इसकी काफी पब्लिसिटी की. उसमें बुकिंग अमाउंट लोगों से जमा कर लिया जबकि उसने प्रशासन से किसी प्रकार की मंजूरी नहीं ली थी. गिरफ्तार किया गया अनिल कुमार ने जयपुर से एमए की पढ़ाई की है. वर्ष 2000 में उसने एक कंपनी बनाई और रियल स्टेट में उतरा. ज्यादा रुपये कमाने की चाहत में उसने नए प्रोजेक्ट लॉन्च कर लोगों के साथ ठगी की.