जयपुर. राजस्थान में कोरोना संक्रमित मरीजों का लगातार बढ़ता आंकड़ा रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है. कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने दो दिन पहले ही शहरी इलाकों में कक्षा 6 से 9 तक के स्कूल एक बार फिर बंद कर दिए हैं. ऐसे में इसी महीने होने वाली वार्षिक परीक्षा को लेकर भी संशय बना हुआ है.
संभावना जताई जा रही है कि पहली से पांचवीं कक्षा की तर्ज पर छठी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को भी बिना परीक्षा प्रमोट किया जा सकता है. हालांकि, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि इस मामले में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.
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आठवीं तक के बच्चों की परीक्षा कैसे होगी? इस सवाल पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कोरोना के खतरे को देखते हुए कक्षा 6 से 9 तक के लिए स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया है. लेकिन वार्षिक परीक्षा का कार्यक्रम भी घोषित किया जा चुका है. दोनों बातें परस्पर विरोधाभासी हैं. इसको क्लियर किया जाएगा. पहले शिक्षा विभाग अपने स्तर पर मंथन करके कोई फैसला लेगा. जिसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष रखा जाएगा. इस मामले में अंतिम फैसला मुख्यमंत्री के स्तर पर ही लिया जाएगा.
बता दें कि दो दिन पहले ही सरकार ने शहरी इलाकों में कक्षा 6 से 9 तक की स्कूल एक बार फिर बंद कर दी हैं, जबकि पहली से पांचवीं कक्षा तक की स्कूल पहले से ही बंद हैं. पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को बिना परीक्षा प्रमोट करने का निर्णय लिया गया है, जबकि कक्षा 6 और 7 की परीक्षा 15 अप्रैल से शुरू होनी है.