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कोटा में नवजातों की मौत पर CM गहलोत के बयान पर क्या बोल गए डिप्टी सीएम सचिन पायलट

कोटा में हुई बच्चों की मौत को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने एक बयान में कहा था कि छोटे बच्चों की मौत होने पर उनके घर जाने का कोई तुक नहीं होता है. मंगलवार को डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रया दी.

कोटा में बच्चों की मौत का मामला , Jaipur News
CM गहलोत के बयान पर डिप्टी सीएम पायलट ने दी अपनी प्रतिक्रिया
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Published : Jan 14, 2020, 5:36 PM IST

Updated : Jan 14, 2020, 6:41 PM IST

जयपुर. प्रदेश में मंगलवार को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है. राजधानी की हर छत पर पतंगों के बीच पेच लड़ा रहे हैं. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय की छत से पतंग उड़ाते हुए राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि एक ओर घुंघट हटाने की बात होती है तो दूसरी ओर अगर नवजात बच्चों की मौत पर जाने की परंपरा नहीं होती है तो ऐसी परंपरा को तोड़ा जाना चाहिए.

CM गहलोत के बयान पर डिप्टी सीएम पायलट ने दी अपनी प्रतिक्रिया

दरअसल, कोटा में हुई बच्चों की मौत को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने एक बयान में कहा था कि छोटे बच्चों की मौत होने पर उनके घर जाने का कोई तुक नहीं होता है. सीएम गहलोत के इस बयान पर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि एक ओर हम परंपराओं और गलत परीपाटी को खत्म करने की बात करते हुए कहते हैं कि घुंघट से परहेज करना चाहिए. ऐसे में मैं समझता हूं कि अगर किसी के घर में कोई मौत होती है तो उसका दुःख बांटने के लिए और उसके आंसू पोंछने के लिए अगर परंपराएं नहीं हैं तो ऐसी परंपराएं तोड़नी चाहिए.

पढ़ें- नवजातों की मौत पर CM गहलोत का विवादित बयान, 'स्वास्थ्य मंत्री के जाने का तुक नहीं, लेकिन जा रहे हैं तो अच्छी बात है'

पायलट ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी होती है कि अपने मतदाताओं का दुःख बांटने उनके घर जाए और छोटे बच्चों की मौत पर अगर तीये या तेहरवें की परंपरा नहीं होती है, तो भी उनके मां-बाप के आंसू पोंछने की जिम्मेदारी हम सब लोगों की है. जिसे हम सबको मिलकर निभाना चाहिए. साफ तौर पर सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान को लेकर यह प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि छोटे बच्चों की मौत होने पर उनके परिवार में दुख का माहौल होता है. ऐसे में उनके घर जाने का कोई तुक नहीं है.

जयपुर. प्रदेश में मंगलवार को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है. राजधानी की हर छत पर पतंगों के बीच पेच लड़ा रहे हैं. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय की छत से पतंग उड़ाते हुए राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि एक ओर घुंघट हटाने की बात होती है तो दूसरी ओर अगर नवजात बच्चों की मौत पर जाने की परंपरा नहीं होती है तो ऐसी परंपरा को तोड़ा जाना चाहिए.

CM गहलोत के बयान पर डिप्टी सीएम पायलट ने दी अपनी प्रतिक्रिया

दरअसल, कोटा में हुई बच्चों की मौत को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने एक बयान में कहा था कि छोटे बच्चों की मौत होने पर उनके घर जाने का कोई तुक नहीं होता है. सीएम गहलोत के इस बयान पर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि एक ओर हम परंपराओं और गलत परीपाटी को खत्म करने की बात करते हुए कहते हैं कि घुंघट से परहेज करना चाहिए. ऐसे में मैं समझता हूं कि अगर किसी के घर में कोई मौत होती है तो उसका दुःख बांटने के लिए और उसके आंसू पोंछने के लिए अगर परंपराएं नहीं हैं तो ऐसी परंपराएं तोड़नी चाहिए.

पढ़ें- नवजातों की मौत पर CM गहलोत का विवादित बयान, 'स्वास्थ्य मंत्री के जाने का तुक नहीं, लेकिन जा रहे हैं तो अच्छी बात है'

पायलट ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी होती है कि अपने मतदाताओं का दुःख बांटने उनके घर जाए और छोटे बच्चों की मौत पर अगर तीये या तेहरवें की परंपरा नहीं होती है, तो भी उनके मां-बाप के आंसू पोंछने की जिम्मेदारी हम सब लोगों की है. जिसे हम सबको मिलकर निभाना चाहिए. साफ तौर पर सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान को लेकर यह प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि छोटे बच्चों की मौत होने पर उनके परिवार में दुख का माहौल होता है. ऐसे में उनके घर जाने का कोई तुक नहीं है.

Intro:मकर सक्रांति पर राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने फिर लड़ा लिए अपनी ही सरकार से पेच बोले एक और घुंघट हटाने की बात होती है तो दूसरी ओर अगर नवजात बच्चों की मौत पर जाने की परंपरा नहीं है तो ऐसी परंपरा को तोड़ा जाना चाहिए ऐसे परिवारों के आंसू पोछने की जिम्मेदारी सबकी


Body:राजस्थान में आज मकर सक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है तो जयपुर की हर छत पर पतंगों के बीच पेच लड़ रहे हैं। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय की छत से पतंग उड़ाते हुए राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार से तेज लड़ाते हुए तंज कस दिया और वह भी कोटा के मामले में हुई बच्चों की मौत को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा था कि छोटे बच्चों की मौत होने पर उनके घर जाने का कोई तुक नहीं होता है। सचिन पायलट ने कहा कि एक और हम परंपराओं और गलत परीपाती को खत्म करने की बात करते हुए कहते हैं कि घुंघट से परहेज करना चाहिए। ऐसे में मैं समझता हूं कि अगर किसी के घर में कोई मौत होती है तो उसका दुख बांटने के लिए उसके आंसू पहुंचने के लिए अगर परंपराएं नहीं है तो ऐसी परंपराएं तोड़नी चाहिए। पायलट ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी होती है कि अपने मतदाताओं का दुख बांटने उनके घर जाए और छोटे बच्चों की मौत पर अगर तेहरवें या तिये की परंपरा नहीं होती है तो भी उनके मां-बाप के आंसू पोंछने की जिम्मेदारी हम सब लोगों की है जिसे हम सबको मिलकर निभाना चाहिए। साफ तौर पर सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान को लेकर यह प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने कहा था छोटे बच्चों की मौत होने पर उनके परिवार में दुख का माहौल होता है ऐसे में उनके घर जाने का कोई तुक नहीं है
बाइट सचिन पायलट प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान कांग्रेस



Conclusion:
Last Updated : Jan 14, 2020, 6:41 PM IST
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