जयपुर. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मंगलवार जयपुर में युवा आक्रोश रैली हुई. अपने नेता राहुल गांधी को खुश करने के लिए प्रदेश कांग्रेस और गहलोत सरकार ने कोई कमी नहीं रखी. खास बात की थी कि इस रैली में संख्या बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से कॉलेजों की छुट्टी करी गई और स्टूडेंट्स को रैली में लाया गया, लेकिन जब राहुल गांधी की आक्रोश रैली को लेकर स्टूडेंट से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की तो, उन्होंने कहा कि वह मोदी समर्थक हैं, लेकिन उन्हें जबरन इस रैली में लाया गया है.
रैली में स्टूडेंट्स का कहना था कि वह तो केंद्र की मोदी सरकार और उनकी नीतियों को समर्थन देते हैं. खासतौर से नरेंद्र मोदी को पसंद करते हैं, लेकिन उन्हें इस रैली में जबरन लाया गया है. वह अपनी मर्जी से इस रैली में नहीं आए. कुछ स्टूडेंट्स का कहना था कि वह तो इस रैली के जरिए एंटरटेनमेंट करने आए हैं, जबकि कुछ स्टूडेंट का कहना था कि वह देखना चाहते हैं कि क्या इस रैली में इकोनॉमिक पर बात की जाती है, उसमें कितनी सच्चाई होती है.
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स्टूडेंट का कहना था कि वह किसी भी तरह से कांग्रेस या राजनीतिक पार्टी का समर्थन करने के लिए यहां पर नहीं है, उन्हें तो जबरन इस रैली में लाया गया है. हालांकि कुछ स्टूडेंट कुछ भी कहने से बचते रहे. वहीं कुछ स्टूडेंट को तो यह भी पता नहीं था कि वह इस रैली में क्यों आए हैं. यहां तक कि उन्हें यह भी पता नहीं था कि इस रैली में कौन आने वाला है.
दरअसल युवा कांग्रेस की ओर से कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की युवा आक्रोश रैली थी. इस रैली में संख्या बल दिखे, इसलिए ज्यादा ज्यादा युवाओं को जोड़ने की कोशिश करी गई. यही वजह थी कि कई कॉलेजेस की छुट्टी कराई गई और स्टूडेंट्स को इस रैली में आने के लिए बाध्य किया गया.