जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार के 2 साल पूरे होने पर 1364 कामों का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की ओर इशारा करते हुए यह भी कहा कि हमारी सरकार की ओर से जनता के लिए किए गए फैसले कई बार गांव-ढाणी में बैठी आम जनता तक नहीं पहुंच पाती है. इसके पीछे कारण यह है कि कांग्रेस कार्यकर्ता को ही हमारे कार्यक्रमों की जानकारी नहीं होती है.
मुख्यमंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि जब 22 साल पहले मैंने जीवन रक्षा कोष बनाया तो 5 साल निकल गए, लेकिन वह जनता तक नहीं पहुंच पाई. उन्होंने कहा कि कई बार कम्युनिकेशन गैप के कारण बात नहीं पहुंच पाती है. ऐसे में प्रदेश कांग्रेस को अधिवेशन बुलाना चाहिए, जिसमें अपने प्रतिनिधियों को बुलाकर प्रस्ताव पास करना चाहिए की सरकार को इस काम को प्रायोरीटी से करना है.
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गहलोत ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता अगर प्रस्ताव पास करता है तो ब्यूरोक्रेसी समझ जाएगी कि प्रदेश कांग्रेस से जो प्रस्ताव पास हो रहे हैं, अगर हमने वह काम नहीं किया तो हमारे बारे में मुख्यमंत्री का ओपिनियन सही नहीं होगा. ऐसे में ब्यूरोक्रेसी ज्यादा दिल लगाकर काम करेगी. कांग्रेस जो प्रस्ताव पास करेगी और उस काम का इंप्लीमेंट होगा तो कार्यकर्ता को लगेगा कि जो हमारी मांग थी उसे सरकार ने पूरा किया है. इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार के कामों को उत्साह से गांव में बताएगा.
'कांग्रेस कार्यकर्ता महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलता है'
सीएम अशोक गहलोत ने साफ कहा कि अभी कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं को नहीं बता रहा है. हमने मेनिफेस्टो पूरा कर दिया, लेकिन गांव में यह कहने वाला कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं होता है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलता है.
'हम पिछली सरकार की तरह दुश्मनी नहीं करते हैं'
गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हम पिछली सरकार की तरह दुश्मनी नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने तो हमारे खिलाफ किस तरीके से दुश्मनी की कार्रवाई की थी, वह सबको पता है. खुद मंत्री शांति धारीवाल भी लड़कर बचे थे. गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र पता नहीं किस दिशा में जा रहा है. ज्यूडिशरी और ब्यूरोक्रेसी दबाव में है. सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी के माध्यम से खेल हो रहा है. खुलेआम सरकार बदलने के लिए खेल चल रहा है.
'गृह मंत्री अमित शाह सरदार पटेल बन रहे हैं'
सीएम गहलोत ने कहा कि पहली बार हम देश में ये तमाशे देख रहे हैं कि देश में लोकतंत्र कहां जा रहा है. ज्यूडिशरी, इनकम टैक्स, सीबीआई सब दबाव में है. पीएमओ से लिस्ट आती है कि किसके यहां छापे डालने हैं. गृह मंत्री अमित शाह को सब देख ही रहे हैं कि वह सरदार पटेल बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश की हालत बहुत गंभीर है.
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'कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बड़ा दिल है'
देश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बड़ा दिल है. कांग्रेस के कार्यकर्ता कभी दुश्मनी नहीं पालते. पिछली सरकार में बहुत से लोगों को तंग किया गया. मंत्री शांति धारीवाल छाती ठोक कर सामने खड़े हो गए नहीं तो इन्हें भी जेल भेज देते, लेकिन हमारी सोच ऐसी नहीं है. हमारी सरकार आने के बाद में हमने सोचा कि पकड़ा-पकड़ी करें या अच्छे काम करें. हमने अच्छा काम करना चुना. हमने दुश्मनी नहीं निकालने की सोची, जैसी पिछली सरकार के समय था. यह हमारी सोच है.
25 अप्रैल को होगी रीट की परीक्षा...
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि युवाओं की लंबे समय की मांग चल रही है, ऐसे में 31 हजार शिक्षक भर्ती के लिए रीट की परीक्षा 25 अप्रैल 2021 को कराने का निर्णय लिया गया है. साथ ही जल्द ही प्रशासन शहरों के संग और प्रशासन गांव के संग अभियान शुरू किया जाएगा. इसके लिए कोविड-19 की सामान्य स्थिति होने के बाद ही कार्य योजना तैयार की जाएगी.