जयपुर. जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव में हार के बाद कटघरे में खड़ी हुई कांग्रेस के लिए निकाय चुनाव राहत लेकर आए हैं. 12 जिलों के 50 स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 36 निकायों में जीत दर्ज की है. इनमें भी भरतपुर के सभी 8 निकाय और जयपुर के 10 में से 9 निकाय जीतकर कांग्रेस पार्टी ने इन दो जिलों से भाजपा का सफाया कर दिया है.
हालांकि भरतपुर और जयपुर में यह फर्क है कि भरतपुर में जहां 8 की 8 नगर पालिकाओं में विधायक भी कांग्रेस के थे तो वहीं बात करें जयपुर की तो जयपुर की 10 नगर पालिकाओं में से पांच में ही कांग्रेस के विधायक हैं. बाकी पांच नगर पालिका ऐसी हैं जहां दो भाजपा के और एक निर्दलीय विधायक है. जयपुर की 10 नगर पालिकाओं के परिणामों की बात करे तो 10 नगर पालिका में से कांग्रेस पार्टी को 9 नगर पालिका में जीत मिली है जो इतिहास में पहली बार हुआ है.
जबकि एक नगर पालिका बगरू ऐसी है, जहां कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बना है. यहां निर्दलीय ने बाजी मारी है, जोबनेर नगर पालिका से कांग्रेस की मंजू देवी, विराट नगर नगर पालिका से कांग्रेस की सुमिता सैनी, किशनगढ़-रेनवाल नगर पालिका से कांग्रेस के अमित कुमार जैन, फुलेरा नगर पालिका से कांग्रेस की संगीता अग्रवाल, चोमू नगर पालिका से विष्णु सैनी जो चोमू से कांग्रेस के पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी के बेटे हैं.
शाहपुरा से कांग्रेस के बंसीधर सैनी, कोटपूतली से कांग्रेस की पुष्पा सैनी, चाकसू से कांग्रेस के कमलेश बैरवा, सांभर से कांग्रेस के बालकिशन नगर पालिका चेयरमैन बने हैं. जयपुर की केवल एक बगरू नगर पालिका ऐसी है जहां निर्दलीय मालू राम मीणा नगर पालिका चेयरमैन बने हैं. इस तरह 10 में से 9 जगह कांग्रेस अपना चेयरमैन बनाने में सफल रही और भाजपा का पूरी तरह से सफाया कर दिया.