जयपुर. दौसा जिले के महुवा में पुजारी की मौत के बाद जयपुर में शव रखकर प्रदर्शन करने के मामले में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि यह सब भाजपा की करतूत है. राजस्व मंत्री ने कहा कि इस मामले को लेकर वार्ता विफल क्यों हुई, यह उनके समझ से परे है.
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हरीश चौधरी ने कहा कि पुजारी मौत मामले में संवेदनशीलता से जो भी फैसला लेना चाहिए, उसके लिए राजस्थान सरकार तैयार है. लेकिन, फिर भी वे हठधर्मिता पर अड़े हैं. मंदिर माफी की जमीन को लेकर कानून में जो भी परिवर्तन कर सकते हैं वो हम करने के लिए तैयार हैं. पुजारी परिवार को जो भी मदद हो सकती है, वह भी करने के लिए सरकार तैयार है. अब इन दोनों के अलावा धरना देने का क्या मकसद है, यह समझ से बाहर है.
भाजपा हठधर्मिता पर अड़ी है: हरीश चौधरी
चौधरी ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करने की बात भी कही गई, लेकिन वे हठधर्मिता पर अड़े हैं. शव को राजधानी जयपुर में रखकर जिस तरह से प्रदर्शन किया जा रहा है यह शर्मसार करने वाला है.
पुजारी परिवार से सबको सहानुभूति है: खाचरियावास
वहीं, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पुजारी परिवार से सबको सहानुभूति है. यह मुद्दा किसी जाति और धर्म का नहीं है. यह राजनीतिक षड्यंत्र का मामला है. भाजपा नेताओं ने अपने कार्यालय में बैठकर यह षड्यंत्र रचा, जिसके लिए आज जयपुर की जनता भाजपा को कोस रही है. जिस तरह चोरी छिपे शव को जयपुर लाया गया और सिविल लाइंस फाटक पर रखकर प्रदर्शन किया जा रहा है. हमारा कहना है कि इस मामले की जांच करवा लीजिए जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. परिवार की मदद के लिए भी हम तैयार हैं.
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खाचरियावास ने मंदिर माफी की जमीनों को लेकर फैसले के मामले में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में जब भाजपा की सरकार थी तब किसी भी भाजपा नेता ने यह मामला नहीं उठाया. लेकिन, आज इस मामले को लेकर इतना गला फाड़ रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा जब सत्ता में थी तो उन्होंने खुद कई मुद्दों को लेकर आंदोलन किया, लेकिन कभी ऐसी गंदगी नहीं फैलाई.