जयपुर. राजस्थान में चल रहा सियासी महासंग्राम अब सरकार और राजभवन के बीच संग्राम में तब्दील हो चुका है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जब यह आरोप लगाया था कि वह विधानसभा सत्र बुलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन राजभवन से इसकी इजाजत नहीं दी जा रही है, इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तमाम विधायकों के साथ 4 बसों में सवार होकर राजभवन पहुंचे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजभवन में जाकर राज्यपाल कलराज मिश्र से अकेले मुलाकात की. इस दौरान तमाम कांग्रेस और उनके समर्थित विधायक राजभवन में बने लोन में बैठ गए और नारेबाजी करने लगे. इस दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र भी विधायकों के बीच मुख्यमंत्री के साथ पहुंचे, लेकिन उस समय भी विधायकों ने लगातार नारेबाजी की. बता दें कि सभी विधायक राजभवन में तानाशाही नहीं चलेगी, अशोक गहलोत जिंदाबाद, विधानसभा सत्र बुलाओ और अशोक गहलोत संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं जैसे नारे लगाए जा रहे हैं.
विधायकों ने नारेबाजी की बंद
कहा जा रहा है कि राजभवन में करीब 100 विधायक हैं. विधानसभा सत्र आहूत करने के लिए प्रस्ताव पास किया जा चुका है. वहीं, विधायकों ने राज्यपाल की गरिमा को देखते हुए नारेबाजी बंद कर दी है.
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने विधायकों का समर्थन पत्र भी राज्यपाल कलराज मिश्र को सौंप दिया है, लेकिन ऐसे हालातों में लगता नहीं है कि विधानसभा सत्र बुलाया जाएगा. इसके पीछे कहा जा रहा है कि कोरोना की गाइडलाइन को आधार बनाया गया है. ऐसे में राजस्थान में जिस तरीके से टकराव की स्थिति बनी है, उससे कहा जा रहा है कि राजस्थान भी क्या अब राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा है.
राजभवन के लोन में बैठे हैं विधायक
राजस्थान में चल रही सियासी घमासान के बीच शुक्रवार को सीएम अशोक गहलोत ने होटल फेयरमाउंट में विधायक दल की बैठक ली. बैठक के बाद सभी विधायक राजभवन की ओर कूच कर गए. साथ में सीएम अशोक गहलोत भी राजभवन के लिए रवाना हुए.
वहीं, राजभवन में सभी विधायक लोन में बैठे हैं. इस दौरान विधायकों ने सीएम अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे भी लगाए. राजभवन में बैठे कांग्रेस विधायक नारेबाजी कर रहे हैं. विधायकों का कहना है कि राज्यपाल विधानसभा बुलाने की मंजूरी दे, नहीं तो वे राजभवन से नहीं जाएंगे.
पढ़ें- LIVE : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्यपाल कलराज मिश्र से कर रहे हैं अकेले में मुलाकात
वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्यपाल कलराज मिश्र से अकेले में मुलाकात कर रहे हैं. राज्यपाल से मिलकर मुख्यमंत्री ने उन्हें समर्थन पत्र सौंपा. वहीं, माना जा रहा है कि अब राजभवन में विधायकों की परेड हो सकती है.