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वेद प्रकाश सोलंकी के बचाव में उतरे चाकसू क्षेत्र के कांग्रेस नेता, कहा- क्रॉस वोटिंग मामले में सोलंकी निर्दोष

जिला प्रमुख चुनाव में क्रॉस वोटिंग को लेकर चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी चारों तरफ से घिरे हुए हैं. ऐसे में चाकसू क्षेत्र के कांग्रेस नेता उनके समर्थन में उतर आए हैं. इन नेताओं का कहना है कि वेद प्रकाश सोलंकी पूरी तरह निर्दोष हैं.

वेद प्रकाश सोलंकी के बचाव में कांग्रेस नेता
वेद प्रकाश सोलंकी के बचाव में कांग्रेस नेता
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Published : Sep 8, 2021, 9:43 PM IST

Updated : Sep 8, 2021, 10:19 PM IST

जयपुर. जयपुर जिला परिषद में जिला प्रमुख के मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग को लेकर चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी पर लग रहे आरोपों पर सफाई देने और उनके बचाव में चाकसू क्षेत्र के कांग्रेस के नेता उतरे.

इन नेताओं ने बुधवार को जयपुर में संयुक्त प्रेस वार्ता की और कहा कि पूरे मामले में विधायक वेद प्रकाश सोलंकी पूरी तरह से निर्दोष हैं और ब्लॉक अध्यक्ष गंगाराम मीणा झूठ बोल रहे हैं. यह सारा षड्यंत्र ब्लॉक अध्यक्ष गंगा राम मीणा का ही रचा हुआ है. जयपुर जिला परिषद में क्रॉस वोटिंग के कारण कांग्रेस का जिला प्रमुख नहीं बनने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.

वेद प्रकाश सोलंकी के समर्थन में आए क्षेत्रीय कांग्रेस नेता

संभाग प्रभारी गोविंद मेघवाल ने प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें इस मामले में पूरी तरह से वेद प्रकाश सोलंकी को दोषी बताया है. वेद प्रकाश सोलंकी पर अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी कई तरह के आरोप लगाए हैं. प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस नेता एवं पूर्व संगठन महासचिव ओबीसी प्रकोष्ठ शिवप्रताप हरसाना ने बताया कि प्रत्याशियों के चयन और सिम्बल लेने तक मैं गोविंद मेघवाल और विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के साथ रहा हूं.

पढ़ें- जिला प्रमुख चुनाव हारने के बाद घर का भेदी ढूंढने में जुटी कांग्रेस: वेद सोलंकी ने खुद को बताया बेदाग, बोले- पदाधिकारियों को थी पूरी खबर, उठाए बड़े सवाल!

पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 1 तारीख को हुआ था. 2 सितबर को गोविंद मेघवाल को प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी के लिए कहा गया था. पिछली बार भी 2 वोटों से कांग्रेस का जिला अध्यक्ष बनने से रह गया था. जिस तरह से पंचायत समिति के सदस्यों की बाड़ाबंदी की गई थी, उसी तरह से जिला परिषद के सदस्यों की बाड़ाबंदी के लिए भी कहा गया था. जयपुर जिले में एक विधायक का क्षेत्र तो है नहीं, यहाँ 10 विधायक हैं. इसलिए किसी एक नेता या विधायक के नेतृत्व में जिला परिषद प्रत्याशियों बाड़ाबंदी के लिए कहा गया था.

हरसाना ने कहा कि इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात की और उन्होंने भी कहा था कि कांग्रेस को बहुमत मिला है इसलिए जयपुर में जिला प्रमुख कांग्रेस का ही बनना चाहिए. डोटासरा ने गोविंद मेघवाल को 3 सितबर को ही बाड़ाबंदी करने के लिए कहा था.

भाजपा ने भी चुनाव होते ही दूसरे दिन प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर दी थी. इस मामले में हम लोगों की थोड़ी बहुत लापरवाही रही है. हरसाना ने कहा कि 4 सितबर को प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा के सिविल लाइन्स स्थित निवास पर मिलने भी गए. डोटासरा घर पर नहीं थे, उस समय विधायक सोलंकी ने फ़ोन पर डोटासरा को बाड़ाबंदी के लिए कहा था.

जयपुर. जयपुर जिला परिषद में जिला प्रमुख के मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग को लेकर चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी पर लग रहे आरोपों पर सफाई देने और उनके बचाव में चाकसू क्षेत्र के कांग्रेस के नेता उतरे.

इन नेताओं ने बुधवार को जयपुर में संयुक्त प्रेस वार्ता की और कहा कि पूरे मामले में विधायक वेद प्रकाश सोलंकी पूरी तरह से निर्दोष हैं और ब्लॉक अध्यक्ष गंगाराम मीणा झूठ बोल रहे हैं. यह सारा षड्यंत्र ब्लॉक अध्यक्ष गंगा राम मीणा का ही रचा हुआ है. जयपुर जिला परिषद में क्रॉस वोटिंग के कारण कांग्रेस का जिला प्रमुख नहीं बनने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.

वेद प्रकाश सोलंकी के समर्थन में आए क्षेत्रीय कांग्रेस नेता

संभाग प्रभारी गोविंद मेघवाल ने प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें इस मामले में पूरी तरह से वेद प्रकाश सोलंकी को दोषी बताया है. वेद प्रकाश सोलंकी पर अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी कई तरह के आरोप लगाए हैं. प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस नेता एवं पूर्व संगठन महासचिव ओबीसी प्रकोष्ठ शिवप्रताप हरसाना ने बताया कि प्रत्याशियों के चयन और सिम्बल लेने तक मैं गोविंद मेघवाल और विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के साथ रहा हूं.

पढ़ें- जिला प्रमुख चुनाव हारने के बाद घर का भेदी ढूंढने में जुटी कांग्रेस: वेद सोलंकी ने खुद को बताया बेदाग, बोले- पदाधिकारियों को थी पूरी खबर, उठाए बड़े सवाल!

पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 1 तारीख को हुआ था. 2 सितबर को गोविंद मेघवाल को प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी के लिए कहा गया था. पिछली बार भी 2 वोटों से कांग्रेस का जिला अध्यक्ष बनने से रह गया था. जिस तरह से पंचायत समिति के सदस्यों की बाड़ाबंदी की गई थी, उसी तरह से जिला परिषद के सदस्यों की बाड़ाबंदी के लिए भी कहा गया था. जयपुर जिले में एक विधायक का क्षेत्र तो है नहीं, यहाँ 10 विधायक हैं. इसलिए किसी एक नेता या विधायक के नेतृत्व में जिला परिषद प्रत्याशियों बाड़ाबंदी के लिए कहा गया था.

हरसाना ने कहा कि इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात की और उन्होंने भी कहा था कि कांग्रेस को बहुमत मिला है इसलिए जयपुर में जिला प्रमुख कांग्रेस का ही बनना चाहिए. डोटासरा ने गोविंद मेघवाल को 3 सितबर को ही बाड़ाबंदी करने के लिए कहा था.

भाजपा ने भी चुनाव होते ही दूसरे दिन प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर दी थी. इस मामले में हम लोगों की थोड़ी बहुत लापरवाही रही है. हरसाना ने कहा कि 4 सितबर को प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा के सिविल लाइन्स स्थित निवास पर मिलने भी गए. डोटासरा घर पर नहीं थे, उस समय विधायक सोलंकी ने फ़ोन पर डोटासरा को बाड़ाबंदी के लिए कहा था.

Last Updated : Sep 8, 2021, 10:19 PM IST
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