जयपुर. हाल ही में गहलोत सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों की समीक्षा कर ढाई साल में 64 प्रतिशत वादे पूरा किए जाने का दावा किया था. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया इस दावे को खोखला करार दे रहे हैं. पूनिया के अनुसार कांग्रेस का यह घोषणा पत्र झूठ का पुलिंदा है और अगले चुनाव में यही घोषणापत्र कांग्रेस के लिए गलफांस बनेगा.
सतीश पूनिया के अनुसार घोषणा पत्र में किसान बेरोजगार महिलाओं सहित अन्य वर्गों से किए गए वादे अब तक अधूरे हैं. खास तौर पर राहुल गांधी ने 10 दिन में किसानों के कर्ज माफी की बात कही थी और यदि राजस्थान के 59 लाख किसानों के कर्ज माफ कर देते तो बेहतर होता. इसी तरह घोषणा पत्र में बेरोजगारी भत्ता, नौकरियां देने, शिक्षा में नवाचार, प्रदेश के किसानों को सहूलियत देने की बात और महिलाओं को सुरक्षा और बेहतर कानून व्यवस्था का वादा किया गया था. लेकिन अपराधों की दृष्टि से राजस्थान की स्थिति सबके सामने हैं. कितने लोगों को रोजगार मिला यह भी किसी से छुपा हुआ नहीं है. पूनिया ने कहा आज भी जिसने बेरोजगार पंजीकृत हैं उन्हें बेरोजगारी भत्ते का लाभ नहीं मिल पाया है.
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जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूनिया ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र झूठ का पुलिंदा है. कांग्रेस के नेता केवल टाइम पास करने के लिए इस में की गई घोषणाओं की समीक्षा और उन्हें पूरी करने का दावा करते हैं जबकि यही घोषणा पत्र अगले चुनाव में कांग्रेस के लिए गले की फांस बनेगा.
गौरतलब है कि शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास पर घोषणा पत्र समिति चेयरमैन ताम्रध्वज साहू और सांसद अमर सिंह के साथ समीक्षा की गई थी जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि जन घोषणा पत्र के 501 वादों में से 321 मतलब 64% को क्रियान्वित कर दिया गया है. हम विपक्ष में बैठे भाजपा मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेताओं के इस दावे को खोखला करार दे रहे हैं.